मुंशी प्रेमचंद्र के गांव लमही को संग्रहालय के रुप में किया जाएगा विकसित,तैयार किया 10 करोड़ रुपये का प्रस्ताव

मुंशी प्रेमचंद्र के गांव लमही को संग्रहालय के रुप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए 10 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया गया है।

 

हिंदी साहित्य के महान उपन्यासकार मुंशी प्रेमचन्द्र के जनपद वाराणसी स्थित पैतृक गांव लमही को संग्रहालय का रूप दिया जायेगा। इसके लिये 10 करोड़ रूपये का प्रस्ताव तैयार कर शासन की अनुमति के लिये भेजा गया है। इसकी स्वीकृति मिलते ही संग्रहालय के निर्माण का कार्य शुरू करा दिया जायेगा।

इस संग्रहालय के कई भाग होंगे जिसमें वर्चुअल म्यूजियम के अलावा गृहस्थी के समान तथा उनकी स्मृतियों से जुड़ी हुई अन्य सामग्री रखी जायेगी। इस संग्रहालय के माध्यम से उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचन्द्र के प्रशंसकों को उनके जीवन से जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा।