Thursday, December 12, 2024
शिक्षा

टीएमयू एल्युमनाई जूनियर्स के लिए रोल मॉडल: प्रो. द्विवेदी

 

 

ख़ास बातें

फ़ैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड कम्प्यूटिंग साइंसेज़ में 2009 से 2015 तक के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के एल्युमनाई ने साझा किए अनुभव। कड़ी मेहनत और निरंतरता जीवन में सफलता की कुंजी: श्री प्रताप। इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा- गेट की भी तैयारी करें स्टुडेंट्स: श्री राहुल। एल्युमनाई और टीएमयू का होना चाहिए अटूट बंधन: डॉ. गरिमा

 

मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के फ़ैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड कम्प्यूटिंग साइंसेज़- एफओईसीएस में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग की ओर से ऑनलाइन एल्युमनाई टॉक सीरीज के मुख्य वक्ताओं मेें बीटेक-इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग 2015 के पासआउट एवम् उत्तर रेलवे में सीनियर असिस्टेंट लोको पायलट श्री अखिल प्रताप ने कहा, हमें देश को शिक्षा प्रणाली के माध्यम से बेहतर बनाना है। उन्होंने स्नातक के बाद सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में मौजूद विभिन्न करियर विकल्पों के बारे में बताया। श्री प्रताप ने आधुनिक लोकोमोटिव के विकास में शामिल विभिन्न प्रकार की नई तकनीकों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने सुझाव दिया, छात्रों को स्नातक के दौरान इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के मुख्य क्षेत्रों जैसे- इलेक्ट्रिकल मशीन, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स और पावर सिस्टम पर भी ध्यान देना चाहिए। अंत में उन्होंने कहा, कड़ी मेहनत और निरंतरता जीवन में सफलता की कुंजी है। एफओईसीएस के निदेशक एवं प्राचार्य प्रो. राकेश कुमार द्विवेदी ने एल्युमनाई का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा, एल्युमनाई टॉक सीरीज का उद्देश्य पूर्व छात्रों को मौजूदा छात्रों और संकाय सदस्यों के बीच बेहतर संवाद को मंच प्रदान करना है। प्रो. द्विवेदी ने कहा, इससे कॉलेज के वर्तमान और पूर्व छात्रों के बीच दीर्घकालिक संबंध विकसित होगा। कॉलेज के पूर्व छात्र अपने जूनियर के लिए रोल मॉडल हैं।

 

बीटेक-इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग 2013 के पासआउट एवम् केडी कैंपस प्राइवेट लिमिटेड देहरादून में प्रबंधक अकादमिक संचालन पूर्व छात्र श्री राहुल चौकियाल ने विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा- गेट और विभिन्न राज्य और केंद्रीय पीएसयू की परीक्षा तैयारी और रणनीति पर अधिक जोर दिया। श्री चौकियाल सात साल से शिक्षा उद्योग में करियर कोच के रूप में काम कर रहे हैं। बीटेक-इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग 2013 के पासआउट एवम् इंटेल कॉर्पाेरेशन बंगलुरू में एसओसी डिजाइन इंजीनियर पूर्व छात्र श्री अरुण कुमार ने स्नातक होने के बाद कोर कंपनियों में नौकरी पाने के अपने संघर्ष पर प्रकाश ड़ाला। उन्होंने नौकरी उन्मुख प्रशिक्षण संस्थानों के नाम भी सुझाए। उन्होंने कहा, सकारात्मक दृष्टिकोण, कड़ी मेहनत और लगन से जीवन में सफलता प्राप्त की जा सकती है। अंत में एल्युमनाई ने अपने जूनियर्स के प्रश्नों का भी उत्तर दिया।

 

बतौर एल्युमनाई- श्री अखिल प्रताप, श्री राहुल चौकीयाल और श्री अरुण कुमार की ऑनलाइन और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग की एचओडी डॉ. गरिमा गोस्वामी, एल्युमनाई टॉक सीरीज के कोऑडिनेटर श्री प्रदीप कुमार वर्मा की ऑफलाइन मौजूदगी में माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके एल्युमनाई टॉक सीरीज का शुभारम्भ हुआ। संचालन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शुभेंद्र प्रताप सिंह ने किया। एल्युमनाई टॉक सीरीज में श्री उमेश कुमार सिंह, श्री हिमांशु शर्मा, श्री मयूर अग्रवाल और श्री शशांक मिश्रा आदि के संग-संग सभी एल्युमनाई, बी.टेक- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और डिप्लोमा- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग स्ट्रीम के स्टुडेंट्स मौजूद रहे।