फायर सेफ्टी के लिए सतर्कता संग अपनाएं ये सात नियम
मुरादाबाद। टिमिट में आज तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के फायर सेफ्टी डिपार्टमेंट द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य फायर सेफ्टी के बारे में टिमिट के टीचिंग एवं नॉन टीचिंग डिपार्टमेंट को अवगत कराना रहा। इस कार्यशाला में कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट एवं कॉलेज ऑफ लॉ एवं लीगल स्टडीज के सभी टीचिंग एवं नॉन टीचिंग फैकल्टी ने भाग लिया अपने उद्बोधन में फायर सेफ्टी डिपार्टमेंट ने जिन मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डाला वह इस प्रकार हैं। 1.आग लगने पर लिफ्ट का उपयोग न करें, केवल सीढ़ियों का ही प्रयोग करें। 2 धुएँ से घिरे होने पर अपने नाक और मुँह को गीले कपडे से ढँक लें।3.अपने घर और कार्यालय में स्मोक (धुआं) डिटेक्टर अवश्य लगाएं क्योकि अपनी सुरक्षा के उपाय करना सदैव ही बेहतर और अच्छा होता है।4. निश्चित अंतराल पर इमारत में लगे फायर अलार्म, स्मोक डिटेक्टर, पानी के स्त्रोत ,सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली, अग्निशामक की जांच करवाते रहें।5. अग्निशामक यन्त्र का प्रयोग कब और कैसे करना है, इस बारे में अवश्य जाने और लोगों को भी इसकी जानकारी दें।6.घटनास्थल के नज़दीक भीड़ न लगने दें, इससे आपातकालीन अग्निशमन सेवा और बचाव कार्य में बाधा होती है, ऐसी स्थिति में 101 पर कॉल करें और वहां से दूर हो जाए।7. यदि आपके कपड़ों में आग लग जाए तो भागे नहीं, इससे आग और भड़केगी। जमीन पर लेट जाए और उलट पलट (रोल) करे। किसी कम्बल, कोट या भारी कपडे से ढक कर आग बुझाएं।
कार्यक्रम के अंत में अपने उद्बोधन में टिमिट के प्रिंसिपल प्रोफेसर विपिन जैन ने कहा हम सभी को हमेशा सजग रहना चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि कोई भी ऐसी गलती हमसे ना हो जिससे आग लगने की संभावना बढ़ जाए लेकिन अगर किसी कारणवश आग लग जाती है तो जिन बिंदुओं पर फायर सेफ्टी डिपार्टमेंट नें प्रकाश डाला है उनको ध्यान में रखकर कार्य करना चाहिए।