अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के ऊपर दोहरे तूफान की संभावना

 

मौसम विभाग की ओर से मौसम को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। इसके अनुसार अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के ऊपर दोहरे तूफान की संभावना जताई गई है।

मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिमी मानसून की वापसी के बाद, पश्चिमी प्रशांत, दक्षिण चीन सागर और भारतीय सागर उष्णकटिबंधीय तूफानों के लिए सक्रिय बेसिन बन गए हैं। जहां अगले 24 घंटों में दक्षिण चीन सागर के ऊपर एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात आने की संभावना दिखाई दे रही है। वहीं भारतीय समुद्र तट के दोनों ओर कम दबाव का क्षेत्र बनेगा। अगले 24-36 घंटों में पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिसमें उष्णकटिबंधीय तूफान के तेजी से तीव्र होने की काफी संभावना है। इसी अवधि के दौरान पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी (बीओबी) पर एक और कम दबाव का क्षेत्र होने की उम्मीद है। इधर दक्षिण-पूर्व अरब सागर और लक्षद्वीप क्षेत्र पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से शीघ्र ही कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके अलावा 20 अक्टूबर तक पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर एक दबाव या गहरे दबाव में तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। अनुकूल समुद्री और पर्यावरणीय स्थितियां 22 या 23 अक्टूबर तक पश्चिम-मध्य अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती तूफान को और मजबूत करने में सहायक होंगी। इस समय बन रहे मौसम सिस्टम को देखते हुए मध्य अरब सागर से तूफान की पुनरावृत्ति से इंकार नहीं किया जा सकता है। इस मौसम प्रणाली पर अगले 72 घंटों तक कड़ी निगरानी की आवश्यकता है।

 

इस समय बन रहे हैं ये मौसमी सिस्टम

 

मौसम विभाग के मुताबिक इस समय कई मौसम सिस्टम बन रहे हैं। इससे कई राज्यों में बारिश के बाद तापमान में गिरावट आने के साथ ठंडक में बढ़ोतरी होगी। इस समय जो मौसमी सिस्टम बन रहे है, वे इस प्रकार से हैं।

 

उत्तरी हरियाणा और आसपास के क्षेत्र में समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्र में समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।बांग्लादेश और आसपास के क्षेत्र में समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।

 

दक्षिणपूर्व अरब सागर और निकटवर्ती लक्षद्वीप क्षेत्र पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है और अब यह समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।

 

इसके प्रभाव से, अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण पूर्व और इससे सटे पूर्व मध्य अरब सागर पर एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है। और आगे पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने और 21 अक्टूबर के आसपास मध्य अरब सागर पर एक दबाव में तब्दील हो जाएगा।

दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती अंडमान सागर पर चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 4.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है और इसके प्रभाव से 20 अक्टूबर के आसपास बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।

 

उपरोक्त चक्रवाती परिसंचरण से बंगाल की खाड़ी के दक्षिणपूर्व और उससे सटे अंडमान सागर से लेकर दक्षिण तटीय तमिलनाडु तक एक ट्रफ रेखा औसत समुद्र तल से 4.5 किमी ऊपर तक फैली हुई है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुकी हुई है।

 

दिल्ली- एनसीआर के लिए मौसम का पूर्वानुमान

 

मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली और उससे लगे एनसीआर क्षेत्र में हल्की या छिटपुट बारिश हो सकती है। इसके कारण अधिकतम तापामान में गिरावट आएगी और इसके बाद सर्दी का अहसास होने लगेगा। हालांकि अभी रात के तापमान में गिरावट के साथ ही सर्दी का गुलाबी सर्दी का अहसाल लोगों को होने लगा है।

 

राजस्थान के लिए मौसम का पूर्वानुमान

 

राजस्थान में फिर से बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार इस सप्ताह के अंत तक एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है जिसके प्रभाव से राजस्थान के अधिकांश भागों में हल्की से लेकर मध्यम दर्जें की बारिश हो सकती है।

 

हरियाणा के लिए मौसम का पूर्वानुमान

 

मौसम विभाग के अनुसार हरिणाा में 21 अक्टूबर तक आमतौर पर मौसम शुष्क बना रहने की संभावना है। इस दौरान उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण राज्य में दिन के तापमान में मामूली सी बढ़ोतरी होगी। वहीं रात के तापमान में मामूली गिरावट आएगी। मौसम विभाग मुताबिक एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के कारण 21 अक्टूबर से 23 अक्टूबर की रात के दौरान प्रदेश में कुछ स्थानों पर आंशिक बादल छाये रहने और छिटपुट बूंदाबांदी होने की संभावना है। इसके बाद, तापमान में और गिरावट दर्ज की जाएगी। बता दें कि प्रदेश में रात के समय में अभी सर्दी का एहसास होने लगा है और धीरे-धीरे दिन के समय में भी ठंड बढ़ने लग जाएगी।

 

बिहार के लिए मौसम का पूर्वानुमान

 

बिहार में मॉनसून की विदाई के साथ ही यहां गुलाबी का अहसास होने लगा है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर, मुंगेर, जमुई, मुंगेर और खगड़िया की एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। वहीं प्रदेश की राजधानी पटना सहित बाकी जिलों में मौसम शुष्क बना रहने की संभावना है।

 

उत्तर प्रदेश के लिए मौसम का पूर्वानुमान

 

लखनऊ मौसम केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश के मुताबिक राज्य में अगले एक सप्ताह तक आसमान पूरी तरह से साफ रहेगा। इस दौरान अधिकतम तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। न्यूनतम तापमान 20 से 21 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। इस दौरान गुलाबी सर्दी का अहसास लोगों को होने लगेगा। साथ ही उनका कहना है कि मौसम का कुछ नहीं कहा जा सकता है। हो सकता है अक्टूबर के अंत में स्वेटर निकालने की जरूरत पड़ जाए। लेकिन इसके आसार अभी कम ही दिखाई दे रहे हैं।

 

मध्यप्रदेश के लिए मौसम का पूर्वानुमान

 

मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बनी दो मौसम प्रणालियों के प्रभाव से हवाओं के साथ नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। इस कारण राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में बादल दिखाई दे रहे हैं। इससे अभी फिलहाल दिन के तापमान में बढ़ोतरी नहीं हो रही है। हालांकि रात के समय हवाओं का रुख उत्तरी हो जाने के कारण न्यूनतम तापमान सामान्य के आसपास बना हुआ है।

 

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बुधवार को उत्तरी पाकिस्तान और उसके आसपास बने पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने की संभावना है। इसके कारण हवाओं का रुख बदलने से दिन के तापमान में थोड़ी सी बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन रात का तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। इससे रात को वातावरण में ठंडक बनी रहेगी।