पाकिस्तान को ठेंगा दिखाकर भारत के करीब आ रहे इस्लामिक देश
जी-20 सम्मेलन से इतर सऊदी अरब और भारत के बीच इंडिया-मिडल ईस्ट कॉरिडोर को लेकर सहमति बनी। इसके जरिए अमेरिका और यूरोप तक गलियारा बनाने की तैयारी है। जिससे कारोबार आसान होगा। नरेंद्र मोदी सरकार पर हिंदुत्व की राजनीति के आरोप लगते हैं और उसके बाद भी इस्लामिक दुनिया का झंडाबरदार मुल्क सऊदी अरब साथ आया है तो यह पाकिस्तान के लिए करारा झटका है।
यही नहीं पाक अखबार डॉन ने तो साफ कहा कि अब हमारे मुसलमान भाई भी कारोबार के लिए भारत के साथ चले गए हैं। यह हमारे लिए सोचने की बात है,कि हम कमजोर होंगे तो कोई साथ नहीं देगा। जी-20 से इतर भारत, अमेरिका और सऊदी अरब के बीच मिडल ईस्ट कॉरिडोर पर सहमति बनी है। मुस्लिम देशों के साथ भारत के रिश्तों में यह नया अध्याय है और बीते 56 साल में हालात पूरी तरह बदल गए हैं। भारत के लिए सऊदी अरब, यूएई जैसे मुस्लिम देशों से रिश्ते बेहतर होना एक बड़ी उपलब्धि है। यह कूटनीतिक रिश्तों में यूटर्न आने जैसी भी स्थिति है।
विदेश नीति के जानकार मानते हैं कि भारत और खाड़ी के देशों के रिश्तों में सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट 2017 में आया था। तब मुस्लिम देशों के संगठन ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ़ इस्लामिक कॉपरेशन ने तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भाषण के लिए बुलाया था। इस पर पाक ने ऐतराज भी जताया, लेकिन संगठन ने सुषमा स्वराज को भेजा न्योता वापस नहीं लिया।