रतन टाटा के निधन पर झारखंड और महाराष्ट्र में एक दिन के राजकीय शोक
There is a wave of mourning across the country due to the death of Ratan Tata
रतन टाटा के निधन पर महाराष्ट्र और झारखंड में एक दिन के राजकीय शोक* की घोषणा की गई है।
रतन टाटा का निधन बुधवार की देर शाम मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में हो गया था. भारत के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा 86 साल के थे. पिछले कुछ दिनों से वो बीमार चल रहे थे। बुधवार की शाम में उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने की खबर आई थी. जिसके कुछ घंटे बाद ही उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. रतन टाटा का जाना देश के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है।
रतन टाटा की सबको उनके कोलाबा स्थित घर ले जाया गया है। रतन टाटा के पार्थिव शरीर के लिए पोर्टेबल कोल्ड स्टोरेज शवालय (morgue) की व्यवस्था की गई है। आज शाम 4 बजे तक नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स में उनके पार्थिव शरीर को लोगों के अंतिम दर्शन के लिए लाया जाएगा. आज दिन में कई उद्योगपति, व्यवसायी, एक्टर और राजनेता उनके घर पर जा सकते हैं।
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ था। वे साल 1991 से 2012 तक टाटा ग्रुप के चेयरमैन रहे और इस दौरान उन्होंने बिजनेस सेक्टर में कई कीर्तिमान स्थापित किए।
रतन टाटा के निधन पर महाराष्ट्र और झारखंड में एक दिन के राजकीय शोक* की घोषणा की गई है।