तीन मंजिल का होगा मंदिर, 161 फिट होगी ऊंचाई, जानिए कौन से पत्थरों का हो रहा है प्रयोग

राममंदिर का निर्माण वंशीपहाड़पुर के लाल पत्थरों से हो रहा है। राममंदिर 161 फीट ऊंचा व तीन मंजिला होगा। हर मंजिल की ऊंचाई 20 फीट होगी। पांच गुंबद होंगे।मंदिर में तीन तरह के पत्थरों का इस्तेमाल हो रहा है। निर्माण में लोहे का प्रयोग नहीं हो रहा है। मंदिर की परिधि में 800 मीटर लंबा परकोटा बन रहा है। परकोट में भी छह मंदिर बनेंगे। मंदिर एक हजार साल तक सुरक्षित रहेगा। दिसंबर तक मंदिर का भूतल बनकर तैयार हो जाएगा। आपकी अयोध्या यात्रा शुभ हो…जय श्रीराम…।

 

यह उद्घोषणा रामजन्मभूमि के दर्शनमार्ग पर लगातार की जा रही है। रामजन्मभूमि में प्रवेश करते ही यह ध्वनि सुनाई देने लगती है। अमूमन इस तरह की उद्घोषणा रेलवे स्टेशनों पर की जाती है। अब इसी तर्ज पर रामजन्मभूमि में भी ध्वनि प्रसारक यंत्र के जरिये रामलला के दर्शनार्थियों को मंदिर निर्माण की विशेषता व प्रगति बताई जा रही है। हिंदी और अंग्रेजी में अलग-अलग लगातार यह प्रसारण किया जा रहा है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से यह व्यवस्था कराई गई है, जिससे रामलला के दर्शनार्थियों को मंदिर की विशेषता व प्रगति की जानकारी मिल सके। रंगमहल बैरियर से रामलला के दर्शनार्थी प्रवेश करते हैं, फिर चेकिंग के बाद जैसे ही दर्शनमार्ग की ओर बढ़ते हैं, श्रद्धालुगण कृपया ध्यान दें…,प्लीज अटेंशन…का प्रसारण सुनाई देने लगता है। यह प्रसारण रामलला के गर्भगृह तक भक्तों को सुनाई देता है।

 

रामलला के दर्शनमार्ग पर भक्तों के लिए मूलभूत सुविधाएं भी विकसित की जा चुकी हैं। रामलला के दर्शनमार्ग पर भक्तों को धूप से बचाने के लिए टिनशेड तो लगवाए ही गए हैं। बड़ी संख्या में पंखे भी लगाए जा चुके हैं। कई स्थानों पर कूलर की भी व्यवस्था की गयी है। पानी पीने के लिए जगह-जगह वाटर टैंक व जल प्याऊ के भी इंतजाम किए गए हैं। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि देश-दुनिया के भक्त रामलला के दरबार पहुंचते हैं। उन्हें मंदिर निर्माण की विशेषता, भव्यता व प्रगति बताने के लिए रेलवे स्टेशनों की तर्ज पर प्रसारण की व्यवस्था की गयी है। हिंदी व अंग्रेजी भाषा में मंंदिर के बारे में जानकारी दी जाती है।

 

राम झरोखे से मंदिर निहारकर निहाल होते रामभक्त

राममंदिर के दर्शनमार्ग पर बने राम झरोखे से मंदिर निर्माण कार्य का साक्षी बनकर भक्त निहाल होते नजर आते हैं। 100 फीट लंबा झरोखा ट्रस्ट ने इसीलिए बनवाया है ताकि श्रद्धालु राममंदिर निर्माण कार्य के साक्षी बन सकें। कोई मंदिर को प्रणाम करता दिखा…तो कोई हाथ जोड़कर आंखें बंदकर जय श्रीराम का मंत्र गुनगुनाता दिखा…। कुछ दर्शनकर भावुक भी नजर आ रहे थे। दिल्ली निवासी 70 वर्षीय नरेश गर्ग अपनी वृद्ध पत्नी को निर्माण कार्य दिखा रहे थे। बोले देखो यही है प्रभु श्रीराम का मंदिर, जल्द बन जाएगा। मंदिर का उद्घाटन होने के बाद हम फिर दर्शन करने आएंगें..यह कहते हुए दोनों भावविभोर होकर दर्शनपथ पर आगे बढ़े। भक्तों में मंदिर निर्माण देखने की जबरदस्त आकांक्षा नजर आ रही थी। सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी भी कुछ दर्शनार्थियों को मंदिर के बारे में बताते दिखे।