महिलाओं की कमर 32 इंच से ज्यादा होने पर खतरे का निशान

 

भारतीय महिलाओं की कमर अगर 80 सेंटीमीटर (32 इंच) से ज्यादा है तो यह खतरे का निशान है। क्योंकि माहवारी बंद होने का सबसे बड़ा कारण मोटापा (ओबेसिटी) है।

 

इंडियन मीनोपाज सोसायटी की एक कॉन्फ्रेंस में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. पुष्पा सेठी ने बताया, अमेरिका जैसे देशों में कमर की मोटाई का मानक 35.40 इंच है। जबकि भारत समेत दक्षिण एशियाई देशों में यह मानक 32 इंच है। इससे ज्यादा होने पर मोटापा की ओर बढ़ना माना जाएगा।

 

ध्यान रहे कि इसमें नितंब की मोटाई शामिल नहीं की गई है। क्योंकि इसके मोटा होने का कोई नुकसान नहीं है। कमर की चर्बी को ही फैट माना जाता है।