खराब आहार लेने से विकसित होती है टाइप-टू डायबिटीज की आशंका

 

ताजा अध्ययनों में पाया गया है कि खराब आहार लेने से टाइप-टू डायबिटीज विकसित होने की आशंका के साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ सकता है। इसमें चिंता और अवसाद जैसे विकार शामिल हैं।

 

शोध दल ने कहा कि अध्ययन पोषक आहार के चुनाव को रेखांकित करता है, जो डायबिटीज और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर को कम करने में सहायक है।

 

अमेरिकी सेंटर फार डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार अस्वास्थ्यकर आहार लेने से डायबिटीज पीड़ितों में अन्य लोगों की तुलना में दो से तीन गुणा चिंता और अवसाद से ग्रसित होने की आशंका रहती है।

 

शोधकर्ताओं का दावा है कि पोषक आहार और मानसिक स्वास्थ्य के बीच बहुआयामी संबंधों को लेकर पहली बार प्रकाश डाला गया हैं।

 

न्यूट्रिएंट्स जर्नल में प्रकाशित दो शोध निष्कर्षों में बताया गया है कि उन्होंने पोषण, डायबिटीज और मानसिक स्वास्थ्य के बीच संबंधों की जांच की। उन्होंने पाया कि चिंता और अवसाद जैसे मानसिक विकार से टाइप-टू डायबिटीज विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है। डायबिटीज से चिंता व मानसिक अवसाद का जोखिम बढ़ सकता है।