बीबीए, बीसीए और बीएमएस की छात्राओं के लिए एआईसीटीई ने लांच की छात्रवृत्ति योजना

 

वर्ष 2019-20 में इंजीनियरिंग स्नातक में महिलाओं का नामांकन 29 प्रतिशत था जो लगातार दो वर्षों में बढ़कर 31 प्रतिशत और 40 प्रतिशत हो गया है।

प्रो. टी. जी. सीताराम ने कहा कि इंजीनियरिंग और प्रबंधन में महिलाओं को प्रोत्साहित और उनका समर्थन करना वर्ष 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में बेहद सहायक होगा।

एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. टी.जी. सीताराम ने कहा कि एआईसीटीई महिलाओं को सशक्त बनाने एवं तकनीकी और प्रबंधन शिक्षा में उनकी पूरी क्षमता को निखारने के लिए काम कर रहा है। इंजीनियरिंग की छात्राओं के लिए हमारे पास प्रगति योजना पहले से ही है।

चूंकि बीबीए, बीसीए और बीएमएस पाठ्यक्रम इस वर्ष से ही एआईसीटीई के दायरे में आए हैं, इसलिए लैंगिक समानता को बढ़ावा देने, सस्ती शिक्षा देने और प्रबंधन शिक्षा में लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए यह विशेष योजना शुरू की है।

 

एआईसीटीई समावेशी वातावरण को बढ़ावा देता है जहां महिलाएं आगे बढ़ सकें और इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा सकें।