करूणा के सागर व सत्य और अहिंसा के पुजारी की जयंती मानव एकता दिवस के रूप में मनाई

सम्भल। सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता समिति भारत द्वारा बुद्ध पूर्णिमा पर्व पर करूणा के सागर व सत्य और अहिंसा के पुजारी महात्मा गौतम बौद्ध की जयंती बड़े उत्साह, उमंग और हर्षोल्लास साथ मानव एकता दिवस के रूप में मनाई गई।

नगर के चमन सराय मौहल्ला स्थित संस्था के राष्ट्रीय संरक्षक/ सलाहकार डॉ आनन्द कुमार सिंह के आवास पर सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता समिति द्वारा सम्पन्न हुई महात्मा गौतम बौद्ध की जयंती की शुरुआत राष्ट्रीय अध्यक्ष हरद्वारी लाल गौतम, संरक्षक व सलाहकार डॉ आनन्द कुमार सिंह, मुन्ना लाल गौतम, भगवान दास गौतम, दीनदयाल बौद्ध, राष्ट्रीय कार्यवाहक महासचिव चिंकी दिवाकर, राष्ट्रीय सचिव उपासना शर्मा, साक्षी शर्मा, डॉ निरंकार सिंह, त्यागी अशोका कृष्णम, व डॉ किश्वर जहां जैदी ने बुद्ध वंदना के साथ की।

संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरद्वारी लाल गौतम ने महात्मा गौतम बौद्ध के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि महात्मा गौतम बौद्ध करूणा के सागर और शांति के अग्रदूत थे जिन्होंने जीवनभर समाज में फैली कुरीतियों को दूर करके मानव को मानव से जोड़ कर मानवता का संदेश दिया। राष्ट्रीय संरक्षक व सलाहकार डॉ आनन्द कुमार सिंह ने कहा कि महात्मा गौतम बौद्ध ने मानव से मानव को जोड़ने के लिए विना जाति भेद भाव वाले बौद्ध धर्म की स्थापना की जो कुछ ही दिनों में भारत से नेपाल, चीन, जापान, थाईलैंड,इण्डोनेशिया, आदि देशों में फैल गया। मुन्ना लाल गौतम ने कहा कि महात्मा गौतम बौद्ध ने बौद्ध धर्म की स्थापना करके मानव को मानव से जोड़ने का कार्य किया। साथ ही संदेश दिया कि समाज में सभी मानव एक समान है ना कोई छोटा और ना ही बड़ा है।

भगवान दास बौद्ध ने महात्मा गौतम बौद्ध के सिद्धांतों और पंचशील पर विस्तार से प्रकाश डाला। डॉ किश्वर जहां जैदी ने कहा कि महात्मा गौतम बौद्ध सत्य और अहिंसा के पुजारी थे। जिन्होंने मानव के साथ साथ जीवों पर दया करने का संदेश दिया। राष्ट्रीय कार्यवाहक महासचिव चिंकी दिवाकर ने महात्मा गौतम बौद्ध के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि महात्मा गौतम बौद्ध का जन्म वैशाख पूर्णिमा के दिन नेपाल के लुम्बिनी वन में ईसा पूर्व 563 को हुआ। उपासना शर्मा ने कहा कि महात्मा गौतम बौद्ध ने समाज में शांति का संदेश फैलाने के लिए अपने सभी संदेश पाली भाषा में लिखे। साक्षी शर्मा ने कहा कि महात्मा गौतम बौद्ध द्वारा विश्व को दिये गये संदेश को जीवन में ग्रहण करने से संसार में शांति स्थापित हो सकती है।

समारोह में डॉ रंजना सिंह, डॉ आनन्द कुमार सिंह,आयुषी सिंह, विदुषी सिंह, त्यागी अशोका कृष्णम, डॉ अनिल बघेल, योगेश गौतम, कुसुम, रूबी, मीनाक्षी, त्रिवेदी प्रकाश सर्राफ, डॉ यू सी सक्सेना, डॉ शहजाद अहमद, डॉ मौ इरफान खान, डॉ जिकरूल हक, इंजीनियर सलमान अख्तर, डॉ ए एच रजा, नाहिद रजा, रजनी कान्ता चौहान, मन्जू सक्सेना, डॉ नितिन दालभ, डॉ मौ शावेज़,आदि ने महात्मा गौतम बौद्ध के सिद्धांतों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि महात्मा गौतम बौद्ध के संदेशों पर चलने से ही मानव को शांति मिल सकती है।