जाँच एजेंसियों के सहारे विपक्ष की आवाज दबाने पर सत्ता उतारू
लखनऊ।स्वास्थ्य, चिकित्सा, रोजगार, कमरतोड़ बढ़ती महगाई के मुद्दे पर जहां पूरे देश में कांग्रेस पार्टी अपना विरोध प्रदर्शन गांधीवादी तौर तरीके से कर रहीं हैं, वहीं राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी भी पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ धरने पर बैठे रहे।ऐसे में एक तरफ जब सत्ता लगातार गरीबों की थाली से निवाला छीनने का लगातार प्रयास कर रहीं हैं ,चाहें जीएसटी के माध्यम से हो या बढ़ते डीजल पेट्रोल, रसोई गैस,खाद्य वस्तुओं के दामों के माध्यम से हो, ये कही दो राय नहीं कि सत्ता जनता के वाजिब मुद्दों से कोशों दूर जाती दिख रही हैं। ऐसे में कहीं न कहीं विपक्ष की भी जिम्मेदारी होती हैं कि वह एक मजबूत विपक्ष के रूप में आम जनमानस के हित के लिए आवाज उठाए और सड़कों पर उतर कर संघर्ष करें और ऐसे संघर्ष में कांग्रेस कही न कहीं फिट बैठती हैं। खैर जब तक कांग्रेस सड़क पर जन आंदोलन नहीं करेगी तब तक सत्ता में भी नहीं पहुंच सकती क्योंकि भारतीय जनता पार्टी को बखूबी पैतरेबाजी करना आता हैं कि कब किसको ईडी के दायरें में रखना हैं, कब सीबीआई,इन्कम टैक्स का सहारा ले कब सरकार गिरानी हैं।ऐसे में एक जन आंदोलन खड़ा करने की जरूरत है वो भी देश की राजधानी की सड़कों पर शुरू कर देशव्यापी।
जन आंदोलन कुछ घंटे के लिए नहीं बल्कि लम्बी लड़ाई के लिए जो आम जनता को लगें की वास्तव में उसको छला जा रहा हैं। सिर्फ पांच किलों राशन के नाम पर टोपियां उछाली जा रहीं हैं। अगर बात मुद्दों की करें तो बीते पांच सालों में केन्द्र सरकार ने जो उज्जवला गैस कनेक्शन का वितरण नि:शुल्क किया था ,क्या सरकार ने कभी सर्वे कराया कितने प्रतिशत गरीब परिवार उसको दुबारा भरवाने में सक्षम हैं। यदि ऐसा नहीं हैं तो फिर आज जनता के साथ छलावा क्यूं।तमाम गाँवों में देखा गया कि उज्ज्वला के सिलिंडर का उपयोग पशुओं को चारा खिलाने व गोबर उठाने में किया जा रहा है।यदि वहीं दूसरी तरफ बात करे तो बीते तीन चार सालों में एक भी आर्मी की भर्तीयां नहीं की गयी और अब आयी तो अग्निवीर के माध्यम से चार साल के लिए संविदा पर, ऐसे में यह सबसे बड़ा मुद्दा युवाओं का एक तरफ जहां विपक्ष भी उठा रहा हैं वहीं दूसरी तरफ युवा भी सड़कों पर जगह जगह अपना विरोध प्रदर्शन कर रहें हैं। ये तो तय हैं कि कांग्रेस पार्टी भी जब से विरोध कर रहीं हैं उसी समय से केंद्र सरकार गांधी परिवार को निशाने पर ले रखी हैं। ईडी और सीबीआई का हवाला देकर आए दिन कोई न कोई नया हथकंडा अपना रहीं हैं।कांग्रेसियों का कहना हैं कि जब देश महंगाई और बेरोजगारी की मार झेल रहा है,मोदी सरकार को उसकी चिंता न होकर राहुल गांधी की आवाज दबाना चाहती है, यहीं वजह हैं राहुल गांधी गांधीवादी तरीके से सड़क पर बैठकर अपना विरोध दर्ज करा रहें हैं।वास्तव में विपक्ष के तौर पर राहुल गांधी देश की आवाज हैं। ये तो सत्य हैं इसीलिए आज भी गांधीजी के सिद्धांत पूरे विश्व में सराहे जाते हैं। कांग्रेस पार्टी की नीति और नीयत पर पूरा भरोसा है कि सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलकर तानाशाही के इस रवैया को हमेशा हमेशा के लिए समाप्त कर वक्त और समय पर इसका जवाब देगी।यदि भाजपा सरकार की तानाशाही देखे तो राहुल गांधी समेत कई कांग्रेस के सांसदों को गिरफ्तार करके वे सोच रही हैं कि कांग्रेस डर जाएगी। संसद में महंगाई, बेरोजगारी, अग्निपथ जैसे मुद्दों पर चर्चा नहीं होने दे रहे, संसद के बाहर पुलिस और एजेंसियां लगाकर डराने की कोशिश कर रहे हैं। वास्तव में देखा जाए तो कांग्रेस का इतिहास डरने का नहीं, तानाशाही को उखाड़ फेंकने का है और कांग्रेस पार्टी भी इसी मुद्दे को लेकर संघर्ष कर रहीं हैं।
भाजपा सरकार तानाशाही कर लोकतांत्रिक तरीके से विपक्ष को आवाज भी नहीं उठाने दे रही।जहाँ कोई भाजपा के खिलाफ बोला,उसकी सामत आ गयी।भाजपा सरकार पूरी तरह तानाशाही पर उतारू है।कांग्रेस नेताओं को लोकतांत्रिक तरीके से धरना देने में भी तानाशाही व पुलिसिया तांडव करा रही है।सोनिया गाँधी जी व राहुल गांधी से बार बार नेशनल हेराल्ड व यंग इंडियन के बारे में पूछताछ करने के लिए ईडी दफ्तर बुलाकर परेशान किया जा रहा है।दिल्ली में राहुल गांधी जी समेत कांग्रेस सांसदों को गिरफ्तार करके वे सोच रहे हैं कि कांग्रेस डर जाएगी। लेकिन कांग्रेस देशभक्तों व देश के लिए बलिदान देने वालों की पार्टी है।उसके कार्यकर्ता गिरफ्तारी,जेल जाने व लाठीचार्ज से डरने वाले नहीं हैं।संसद में महंगाई,बेरोजगारी,अग्निपथ,जनगणना जैसे मुद्दों पर चर्चा नहीं होने दे रहे, संसद के बाहर पुलिस और एजेंसियां लगाकर डराने धमकाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस का इतिहास डरने का नहीं, तानाशाही उखाड़ फेंकने का है। राहुल गांधी समेत कांग्रेस सांसदों को गिरफ्तार करके वे सोच रहे हैं कि कांग्रेस डर जाएगी।
पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी जी ने कहा था-मेरे खून का एक-एक कतरा देश के काम आएगा, भारत को जीवित करेगा, ऐसे परिवार में जन्मे राहुल गांधी व प्रियंका गांधी व इस परिवार की त्याग की प्रतिमूर्ति आदरणीया सोनिया गांधी को लांछित करने का दुष्प्रयास किया जा रहा है।ऐसे परिवार के ऊपर लांछन लगाया जा रहा है जो परिवार अपना खुद का इलाहाबाद स्थित आनंद भवन जो हजारों करोड़ की संपत्ति है, देश को दान कर दिया हो।स्वयं सरकारी आवास में रहते हों,जिनका दफ्तर जैसा पहले था आज भी वैसा ही है। जिस देश में कभी सुई नहीं बनती थी वहां कल कारखाने जहाज बनने लगे। सीधे जनता के हाथ में पावर आने लगे,राजा रजवाड़ों से देश मुक्त हुआ।कांग्रेस की सरकार सूचना का अधिकार,शिक्षा का अधिकार,रोजगार गारंटी का अधिकार,खाद्य सुरक्षा का अधिकार दिया।सूचना का अधिकार जैसे कानून बनाकर प्रधान से प्रधानमंत्री तक का ब्यौरा मांगने का अधिकार दिया, जिसने अपराधी को चुनाव लड़ने से रोका,इस तरह का काम कांग्रेस की सरकार ने किया,जिसे मोदी सरकार खत्म करने का प्रयास कर रही है।पर,कांग्रेसी भाजपा सरकार की लोकतंत्र, संविधान विरोधी नीतियों का डटकर मुकाबला करेंगे।आज मोदी सरकार बताएं कि उनकी बड़ी-बड़ी ऑफिस कैसे बनी,किसके पैसे से बनी। देश के लुटेरे किसके इजाजत से विदेश भागे और भागने के लिए कितनी मोटी रकम कमीशन में दिए।मोदी 8500 करोड़ का विमान किसके पैसे से खरीदे,दिन में 4-5 कपड़ा किसके पैसे से बदलते हैं।पूंजीपतियों के कर्ज बट्टे खाते में कैसे डाल रहे हैं,वह पैसा क्या भाजपा का है कि भारत की जनता का है। जिनके पुरखों के त्याग,बलिदान की बदौलत देश आजाद हुआ, उस परिवार के साथ ऐसा घिनौना अपराध कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।कांग्रेस की ही देन है कि देश आत्मनिर्भर हुआ।कांग्रेस की सरकारों ने गेल, भेल,सेल,रेल,ओएनजीसी, एनटीपीसी, एचएएल, एयरपोर्ट, पोर्ट ट्रस्ट,कोल इंडिया आदि की स्थापना कराया,आज उसी को अडानी,अम्बानी के हाथों बेचकर देश को बर्बाद किया जा रहा है।इन्दिरा गांधी की सरकार ने 20 जुलाई,1969 को बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया,एलआईसी को सरकारी उपक्रम बनाया, संचार क्रांति का विकास किया,पावर प्लांट,बहुउद्देश्यीय नदी घाटी परियोजनाओं, बाँधों, चीनी मिल, कॉटन मिल,कल-कारखाने आदि स्थापित कराकर देश को तरक्की के रास्ते पर ले गयी,आज उसी को खत्म करने के अलावा भाजपा सरकार क्या कर रही है?कांग्रेस की सरकार ने भूमि सुधार,सिंचाई संसाधनों,पंचवर्षीय योजनाओं के माध्यम से देश को खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया।भाजपा सिर्फ धर्म का आडम्बर कर देश को रसातल में मिलाने में जुटी है।
(लेखक लौटनराम निषाद भारतीय ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता हैं।)