साले-बहनोई लूट रहे नगर पालिका को बारी-बारी, प्रशासन ने भी की कार्यवाही की तैयारी, बचने को रास्ता ढूंड रहे भ्रष्टाचारी
संभलः चन्द सालो में करोड़ो से अरब पति बने तथा कथित भ्रष्टाचारी हॉस्पिटल संचालक इस बार भी घोटाले से बच निकला लेकिन उसका साला कानून के फन्दे मे ज़रूर फसं गया। भ्रष्टाचार की पोल खुलेने के बाद साले बहनोई इधर-उधर छुपकर बचने का प्रयास कर रहे हैं।
जी हम बात कर रहे हैं एक ऐसे तथा कथित हॉस्पिटल संचालक की जिसने पूरी ज़िन्दगी एक बिजली की दुकान पर काट दी ओर एक के चार बनाने के चक्कर मे नगर पालिका ठेकेदारी शुरू कर दी। दाव लगा तो मौज बहार हो गई। करोड़ो की सम्पत्ति एकत्र कर रोडो पर बसे चलाने का काम शुरू कर दिया और जगह-जगह प्लाटिंग भी। धीरे-धीरे अरब पति हुआ तो एक हॉस्पिटल भी बनाकर खड़ा कर दिया। अब अपने बेटे को भी मुरादाबाद मार्ग पर हॉस्पिटल बनाकर सौंप दिया। घोटालो के दम पर मौज बहार करने वाले इस ठेकेदार पर षिकंजा कसना शुरू हुआ तो ले देकर मामला शांत कर दिया। अनेक बार इसका नामा कई घोटालो में आया लेकिन साफ बचकर निकल गया। दिन बुरे आये तो नगर पालिका में आना जाना बन्द कर दिया लेकिन कहावत है कि डायल के मुंह मारने वाली। तथा कथित हॉस्पिटल मालिक नगर पालिका की ठेकेदारी बन्द कर अपने साले के नाम पर ही गेम खेल गया। खुद की फर्मे कार्यवाही के घेरे में आयी तो साले को ही ठेकेदार बनाकर मौज बहार शुरू कर दी। ऐसे में आला अफसरान को समय रहते हॉस्पिटल संचालक के काले कारनामों और करोड़ो की अर्जित सम्पत्ति की जांच करनी चाहिए ताकि दूध का दूध पानी का पानी हो सके।