Tuesday, July 15, 2025
उत्तर प्रदेशदेशशिक्षा

लिंग आधारित हिंसा’ पर एएमयू के महिला अध्ययन केन्द्र में पैनल चर्चा का आयोजन

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज ने इंडियन एसोसिएशन फॉर वुमन स्टडीज, भारती दासन यूनिवर्सिटी, ऑल इंडिया वीमेंस स्टडीज स्टूडेंट्स फोरम और रीजनल एसोसिएशन फॉर वुमन स्टडीज ऑन जेंडर के सहयोग से जेंडर पर पैनल डिस्कशन का आयोजन किया जिसमें प्रतिभागियों ने महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा के मूल कारणों को दूर करने के लिए लैंगिक जागरूकता पर जोर दिया।पैनल चर्चा में प्रो. सीमा काज़ी (सेंटर फॉर वुमन डेवलपमेंट स्टडीज, नई दिल्ली), प्रो. अजरा मूसवी (निदेशक, एडवांस्ड सेंटर फॉर वुमन स्टडीज, एएमयू), शारिक अहमद (एडवोकेट, सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया), डॉ. तौसीफ फातिमा (ए.एम.यू.) और शिराज अहमद (एएमयू) शामिल हुए। यह कार्यक्रम लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ 16 दिनों की गतिविधियों का हिस्सा था,प्रोफेसर सीमा काजी ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा की वर्तमान स्थिति और इसके विभिन्न रूपों का उल्लेख किया और महिलाओं की स्थिति में सुधार के लिए सकारात्मक बदलाव की आवश्यकता पर बल दिया,परिचयात्मक टिप्पणी में, प्रो. अजरा मूसवी ने सोलह दिवसीय गतिविधियों की रूपरेखा दी। उन्होंने कहा कि विकास और कल्याण के क्षेत्र में काम करने वाले लोग लैंगिक हिंसा को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने लिंग आधारित हिंसा के विभिन्न पहलुओं और प्रभावों में जागरूकता और भागीदारी का आह्वान किया।शारिक अहमद ने लैंगिक हिंसा से संबंधित कानूनों के विभिन्न प्रावधानों पर प्रकाश डाला।डॉ तौसीफ फातिमा और शिराज अहमद ने यौन शोषण, दुर्व्यवहार और उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं और लिंग आधारित हिंसा से संबंधित अन्य मुद्दों को रोकने के लिए तत्काल उपायों की वकालत की।पैनलिस्ट ने छात्रों के सवालों के जवाब भी दिए। कार्यक्रम का संचालन यासमीन महमूद ने तथा धन्यवाद ज्ञापन शिराज अहमद ने किया।