नहरों से निकाली गयी सिल्ट निर्माण कार्यों व जनसामान्य के लिये न बने बाधक
मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में कमिश्नरी सभागार में 50 लाख से अधिक की लागत वाले निर्माण कार्यों की मण्डलीय समीक्षा की गयी। मण्डलायुक्त ने कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया है कि निर्माण कार्यों को समयबद्धता के साथ मानक व गुणवत्तापूर्ण ढ़ंग से किया जाए, लेटलतीफी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रदेश सरकार रिवाइज एस्टीमेट के प्रति संवेदनशील है, परियोजनाओं को लम्बित रख रिवाइज एस्टीमेट की परम्परा को समाप्त किया जाए। उन्होंने सभी सीडीओ को निर्देशित किया कि वह समय-समय पर रिव्यू करते रहें ताकि निर्माणाधीन परियोजनाओं को गति प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा वाली परियोजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य न होगी। बैठक में बताया गया कि सिंचाई विभाग द्वारा नहर सफाई के दौरान निकाली गयी सिल्ट को सड़क पर छोड़ देने से सड़क निर्माण कार्य अवरूद्ध है, जिस पर मण्डलायुक्त द्वारा कड़ी नाराजगी प्रकट की गयी। कई संस्थाओं की भौतिक प्रगति धीमी पाए जाने एवं अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग एटा के बिना अनुमति बैठक से अनुपस्थित रहने पर नाराजगी व्यक्त की गयी।