एएमयू में बीबीसी डॉक्युमेंट्री पर पोस्टर लगाने पर एएमयू प्रॉक्टर वसीम अली ने कहा, बाहरी आदमी ने लगाए पोस्टर

अलीगढ़: एएमयू कैंपस में कई स्थानों पर बीबीसी डॉक्युमेंट्री पर क्यूआर कोड के साथ पोस्टर लगाने का मामला संज्ञान में आया है, जैसे ही इसकी जानकारी एएमयू प्रशासन को हुई तो आनन-फानन में दीवारों पर लगे पोस्टरों को हटवाया. वही इस मामले में एएमयू प्रॉक्टर वसीम अली का कहना है कि यूनिवर्सिटी में प्रॉब्लम क्रिएट करने की कोशिश की गई और कोई बाहरी व्यक्ति ऐसा करके चला गया, मैं समझता हूं इसमें हमारे यूनिवर्सिटी का कोई स्टूडेंट नहीं है.दरअसल आपको बता दें, सिविल लाइन थाना इलाके में स्थित एएमयू कैंपस में बुधवार देर शाम कई जगह बीबीसी डॉक्युमेंट्री पर क्यूआर कोड के साथ पोस्टर लगाने का मामला संज्ञान में आया था, एएमयू कैंपस में कई जगहों पर डॉक्यूमेंट्री के पोस्टर लगाए गए और इन पोस्टरों पर डॉक्यूमेंट्री का क्यूआर कोड भी चस्पा किया गया जो भी इस को स्कैन करेगा और डॉक्यूमेंट्री खुल जाएगी. जब इसकी जानकारी एएमयू प्रशासन को हुई तो आनन-फानन में दीवारों पर लगे पोस्टरों को हटवा दिया गया.वहीं इस मामले में एएमयू प्रॉक्टर वसीमअली ने बताया यूनिवर्सिटी में कुछ आइसोलेटेड जगह थी जहां पर अंधेरा था, वहां मौका पाकर के कोई बाहरी शरारती एलिमेंट्स है वो पोस्टर लगा कर चले गए. जैसे ही हमारे सिक्योरिटी गार्ड के नोटिस में आया तो उसको फौरन हटा दिया गया. इसमें यूनिवर्सिटी के कोई बच्चे नहीं है,. हमारा जो अंदाजा है उसमें कोई बाहर का आदमी है जो मौका पाकर के यह काम करके चला गया. बहुत ज्यादा नहीं थे हमारे पास जो खबर आई है दो – चार जगह की आई थी, कि 24 पोस्टर लगे हुए नजर आए थे. यह पोस्टर स्क्रीनिंग डॉक्यूमेंट्री के बारे में था. हमने देखने की कोशिश किया है सीसीटीवी कैमरे में वो नजर नहीं आ रहा है, क्योंकि उस जगह अंधेरा था. इसमें कोई जांच का मसला ही नहीं, ऐसी कोई बात ही नहीं, क्योंकि कोई चोरी चुपके से करके चला गया है और लेकिन उसमें मैं समझता हूं कि हमारे स्टूडेंट वो नहीं हैं वह कोई बाहर का आदमी हैं जो यूनिवर्सिटी अंदर एक प्रॉब्लम क्रिएट करने की कोशिश किया है और वह ऐसा करके चला गया.