गाडूल, कोकरनाग, अनंतनाग एनकाउंटर में पुलिस और सेना के बहादुरों की कहानी

 

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी जम्मू-कश्मीर दिलबाग सिंह ने गाडूल, कोकरनाग, अनंतनाग एनकाउंटर में पुलिस और सेना के बहादुर अधिकारियों की शहादत पर दुख जताया है. डीजीपी ने कहा, इस घटना से बेहद दुख पहुंचा है. डीएसपी हुमायूं मुजामिल भट के पिता गुलाम हसन भट्ट जम्मू-कश्मीर पुलिस में आईजी रहे हैं. जीवन की हर हानि दुर्भाग्यपूर्ण है. अपराधियों को जल्द ही न्याय के कटघरे में लाया जाएगा. डीजीपी ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी सहानुभूति जताई और कहा, पूरा जम्मू-कश्मीर पुलिस बल शहीदों के परिजनों के साथ खड़ा है.

 

मेजर आशीष धोनैक हरियाण के पानीपत जिले के रहने वाले थे. वो मूल रूप से बिंझौल गांव के रहने वाले थे. हालांकि अभी उनका परिवार पानीपत के सेक्टर-7 में रहता है. आशीष, तीन बहनों में इकलौते भाई थे. उनकी 2 साल पहले ही मेरठ से जम्मू में पोस्टिंग हुई थी. वह 2 साल की बेटी के पिता हैं.

 

डीएसपी हुमायूं भट की 2 महीने की बेटी है. जम्मू-कश्मीर पुलिस के रिटायर्ड आईजी गुलाम हसन भट के बेटे हुमायूं भट को बहुत ज्यादा खून बहने की वजह से बचाया नहीं जा सका. डीएसपी हुमायूं भट के पिता गुलाम हसन भट आईजी की पोस्ट से रिटायर हुए हैं. डीएसपी हुमायूं का भट के शव को बडगाम के हुम्हामा में बुधवार देर रात सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. हालांकि वह पुलवामा जिले के रहने वाले थे, लेकिन काफी समय से हुम्हामा में रह रहे थे.

 

यह हमला जम्मू क्षेत्र के राजौरी में पीर पंजाल के दक्षिण में गोलीबारी में सेना के एक जवान और सेना के डॉग यूनिट की लैब्राडोर केंट की मौत के एक दिन बाद हुआ है. वहीं, सुदूर नरला गांव में मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए हैं.