International Women`s Day: मुरादाबाद में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने गांधी पार्क में किया प्रदर्शन

मुरादाबाद: आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर देश विदेश में महिलाओं को समर्पित कार्यक्रम चल रहे हैं, तो उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में महिलाओं की कुछ अलग ही तस्वीर सामने आई है। जंहा पर सैकड़ों महिलाएं आज इस दिवस को महिला उत्पीड़न दिवस के रूप में मना कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने एक दिन का उपवास रख कर धरने पर बैठ गई हैं।
8 मार्च का दिन महिलाओं को समर्पित है। आज पूरा विश्व अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मना रहा है। अपने -अपने कार्य क्षेत्र में अहम भूमिका निभाने वाली और समाज को नई दिशा दिखाने वाली महिलाओं को सभी जगहों पर सम्मानित भी किया जा रहा है, लेकिन इसके विपरीत एक तस्वीर उत्तर प्रदेश जनपद के मुरादाबाद से सामने आई है।
सिविल लाइन स्थित गांधी मूर्ति पार्क परिसर में आज सैकड़ो आंगनवाड़ी वर्कर महिलाएं आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर धरना देकर प्रदेश की योगी सरकार की नींद खोलने के लिए भजन कीर्तन करने में लगी हुई हैं। ये महिलाएं आंगनवाड़ी यूनियन से जुड़ी हुई हैं, और सरकार की योजनाओं से वंचित है।
इनका कहना है कि कोरोना काल मे इन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए अपने काम को बखूबी अंजाम दिया, लेकिन सरकार ऐसी जुझारू और काम के प्रति समर्पित कार्यकत्रियों को 62 वर्ष की आयु होने पर बिना कोई पेंशन दिए जबरन पद मुक्त कर दिया गया है। जिसकी वजहा से उनके सामने रोजी-रोटी का सवाल खड़ा हो गया है। आज दस महिलाएं महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने आज एक दिवसीय उपवास पर हैं, और ये अपने इस उपवास से केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार तक अपनी बात पहुचाने का प्रयास कर रही हैं।
आंगनवाड़ी यूनियन की प्रदेश महामंत्री चमन आरा का कहना है कि भले ही आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस क्यों न हो लेकिन सरकारें उनकी नही सुन रही है। इसलिए वो आज इस दिन को उत्पीड़न दिवस के रूप में मना रही है। महिलाओं की स्थित दिन पर दिन बदत्तर होती जा रही है। हर तरफ उसका उत्पीड़न हो रहा है और मुरादाबाद में ऐसी 84 महिला कार्यकत्रियों को हटा दिया गया है, जिन्होंने कोरोना काल पूरी लगन से अपने काम को अंजाम दिया। अब उनके साथ-साथ उनके परिवारों के सामने भुखमरी पैदा हो गई है। प्रदर्शन करने वाली महिलाओं कहना है कि उनकी तनखा 5 हज़ार रुपये से बढ़ाकर 21 हज़ार रुपये महीना की जाए।