इजरायल पर अहिंसक दबाव डालकर फिलिस्तीनी अधिकारों को सुरक्षित करना चाहता है

 

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पश्चिम एशियाई और उत्तरी अफ्रीकी अध्ययन विभाग द्वारा ‘फिलिस्तीनियों के अधिकारों के लिए वैश्विक आंदोलन पर अंतर्दृष्टिः बहिष्कार, विनिवेश, प्रतिबंध’ विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया।

 

मुख्य भाषण देते हुए, मलावी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट, अफ्रीका में अंतर्राष्ट्रीय संबंधों की एडजंक्ट प्रोफेसर और आईपीआई की अध्यक्ष प्रोफेसर नंदिनी पटेल ने वैश्विक आंदोलन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला।

 

उन्होंने कहा कि वैश्विक आंदोलन बहिष्कार, विनिवेश और प्रतिबंधों के माध्यम से इजरायल पर अहिंसक दबाव डालकर फिलिस्तीनी अधिकारों को सुरक्षित करना चाहता है। रंगभेद विरोधी आंदोलन से प्रेरणा प्राप्त इस आंदोलन का उद्देश्य फिलिस्तीन पर इजरायल के कब्जे को समाप्त करना है।

 

उन्होंने कहा कि उनके समान अधिकार सुरक्षित करने और फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लौटने के अधिकार को बढ़ावा देने के लिए चलाये गए आंदोलन को वैश्विक समर्थन प्राप्त हुआ है, लेकिन इसे विवाद और आलोचना का भी सामना करना पड़ रहा है।

 

अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन संकाय के डीन और पश्चिम एशियाई और उत्तरी अफ्रीकी अध्ययन विभाग के अध्यक्ष, प्रोफेसर मुहम्मद अजहर ने अपनी समापन टिपण्णी में मुख्य बातों का संक्षेप में सारांश प्रस्तुत किया।

इम्तियाज अहमद वेबिनार के मॉडरेटर थे। आयोजन सचिव मुहम्मद उबैद ने धन्यवाद ज्ञापित किया।