दो दिन में भारत ने खोया तीन उघोगपतियों को

भारत के होटल इंडस्ट्रीज की सूरत बदलने वालों में से एक पृथ्वी राज सिंह ओबेरॉय थे. ओबेरॉय ग्रुप के मुखिया पृथ्वी राज सिंह ओबरॉय का निधन मंगलवार को 94 वर्ष की आयु में हो गया. फिलहाल वो ओबेरॉय होटल्स के संरक्षक थे, जिन्हें ‘Biki’ के नाम से जाना जाता है. पिछले साल ही उन्होंने ईआईएच लिमिटेड के कार्यकारी अध्यक्ष और ईआईएच एसोसिएटेड होटल्स लिमिटेड के चेयरमैन पद को छोड़ा था.

 

पृथ्वी राज सिंह ओबेरॉय ने पढ़ाई भारत, यूनाइटेड किंगडम (UK) और स्विट्जरलैंड में की थी. पीआरएस ओबेरॉय को देश और दुनिया में लक्जरी ओबरॉय होटल खोलने का श्रेय जाता है. देश के प्रति उनकी असाधारण सेवा के लिए 2008 में उन्हें भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.

 

ओबेरॉय के निधन पर ओबरॉय ग्रुप के प्रबंध निदेशक और सीईओ विक्रम और ईआईएच लिमिटेड के अध्यक्ष और निदेशक अर्जुन ओबेरॉय ने दुख व्यक्त करते हुए कहा, ‘हमारे प्रिय लीडर ओबेरॉय ग्रुप के एमेरिटस चेयरमैन पीआरएस का निधन ओबेरॉय समूह और भारत और विदेशों में आतिथ्य उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण क्षति है. उनके अटूट समर्पण और उत्कृष्टता के प्रति जुनून ने ओबेरॉय समूह और हमारे होटलों को विश्व स्तर पर सर्वश्रेष्ठ होटलों में पहचान दिलाई.

 

इसके अलावा मिठाई और स्नैक्स ब्रांड बीकानेरवाला के संस्थापक लाला केदारनाथ अग्रवाल का सोमवार को निधन हो गया. वह अपने भाई के साथ बीकानेर से साल 1950 में राजधानी दिल्ली आए थे. केदारनाथ अग्रवाल 86 वर्ष के थे. बीकानेरवाला की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया कि काकाजी के नाम से मशहूर केदारनाथ अग्रवाल का निधन एक ऐसे युग के अंत का प्रतीक है. जिसने स्वाद को समृद्ध किया और अनगिनत जिंदगियों को प्रभावित किया.

 

भारत में बीकानेरवाला की 60 से अधिक दुकानें हैं. इनके आउटलेट्स अमेरिका, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, नेपाल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जैसे देशों में भी मौजूद हैं. केदारनाथ अग्रवाल ने अपना व्यावसायिक सफर देश की राजधानी दिल्ली से शुरू किया था.

 

सहारा ग्रुप (Sahara India Pariwar) के प्रमुख सुब्रत रॉय (Subrata Roy) का मंगलवार (14 नवंबर) देर रात निधन हो गया. उन्होंने मुंबई के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली. वह काफी समय से बीमार चल रहे थे. आज उनका शव लखनऊ के सहारा शहर लाया जाएगा, जहां उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी जाएगी.

 

 

सहारा समूह ने एक बयान जारी कर बताया कि वे हाइपर टेंशन और डायबिटीज जैसी बीमारियों से लड़ रहे थे और कार्डियक अरेस्ट के कारण उनका निधन हुआ. 12 नवंबर को स्वास्थ्य खराब होने के चलते उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.

 

 

सुब्रत रॉय ने अपने साथ उन लाखों गरीब और ग्रामीण भारतीयों को जोड़ा, जिनके पास बैंकिंग की सुविधा नहीं थी और इन्हीं के सहारे सहारा ग्रुप खड़ा किया, लेकिन बाजार नियामक सेबी ने जब उनके खिलाफ कदम उठाए तो दशकों का बनाया हुआ साम्राज्य हिलने लगा. सहारा ग्रुप की लंबे समय से सेबी के साथ लड़ाई चल रही है.

 

एक समय ऐसा था जब सुब्रत रॉय के पास एक एयरलाइन, एक फॉर्मूला वन टीम, एक आईपीएल क्रिकेट टीम, लंदन और न्यूयॉर्क में आलीशान होटल थे. उन्होंने अपनी एयरलाइन-एयर सहारा, जेट एयरवेज को बेच दी, जो बाद में खुद भी बंद हो गई.