कैसे जाति जनगणना की चुपचाप काट में जुटी भाजपा,एक योजना से साध रहीं कई जातियां

 

पीएम विश्वकर्मा योजना के जरिए केंद्र की भाजपा सरकार कई जातियों को साधने की तैयारी में है। भाजपा को लगता है कि वह अत्यंत पिछड़ा वर्ग को इसके जरिए टारगेट कर सकती है। बिहार में जाति जनगणना के आंकड़े पेश होने के बाद विपक्ष अब देश भर में इस पर आगे बढ़ने की तैयारी में है। विपक्ष को लगता है। कि जातिवार जनगणना मेंओबीसी का आंकड़ा उसके लिए उम्मीद की किरण हो सकता है। बिहार में पिछड़ा और अत्यंत पिछड़ा वर्ग को मिलाकर ओबीसी की कुल आबादी 63 फीसदी पाई गई है। इसी तरह यूपी में भी 55 फीसदी, मध्य प्रदेश में करीब 45 पर्सेंट और कर्नाटक, महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों मेंओबीसी की आबादी 60 फीसदी के करीब है। ऐसे में विपक्ष को लगता है कि जातिवार जनगणना के जरिए वह 60 फीसदी एकमुश्त आबादी को अपने पक्ष में गोलबंद कर सकेगा। विपक्ष की इस रणनीति की अपनी वजहें और उम्मी दें हैं, लेकिन भाजपा भी चुपचाप इसकी काट में लगी है। यह काट है,पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से 17 सितंबर को ही लॉन्च की गई विश्वकर्मा योजना। इस स्कीम के तहत केंद्र सरकार 18 पेशेवर कामों में जुटे लोगों को टारगेट कर रही है।