Manipur: असम राइफल्स के जवानों पर घात लगाकर हमला
मणिपुर में पेट्रोलिंग पर गए असम राइफल्स के जवानों पर गुरुवार (16 नवंबर) को घात लगाकर हमला किया गया. उग्रवादियों ने पहले इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लगाकर धमाका किया. फिर असम राइफल्स की एक टुकड़ी पर घात लगाकर हमला कर दिया. उग्रवादियों के जरिए ये हमला राज्य के तेंगगनौपाल जिले के सैबोल इलाके में अंजाम दिया गया है. भारतीय सेना की असम राइफल्स के जवान रेगुलर पेट्रोलिंग पर निकले थे, तभी उन पर हमला किया गया.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पहले उग्रवादियों ने आईईडी लगाकर धमाके को अंजाम दिया. इसके बाद सेना के वाहनों पर गोलियां बरसाईं जाने लगीं. अधिकारियों के मुताबिक, उग्रवादियों के इस हमले में एक भी सैनिक घायल नहीं हुआ है, क्योंकि सभी ‘माइन प्रोटेक्टेड व्हीकल’ (बारुदी सुरंगों के हमले से बचाने वाला वाहन) में सफर कर रहे थे. उन्होंने बताया कि सबसे पहले आईईडी धमाका किया गया और फिर उग्रवादियों की तरफ से गोलियां बरसाईं गईं.
पेट्रोलिंग पर निकली थी 20 जवानों की टुकड़ी
नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा, ‘हमारे सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उग्रवादियों पर हमला किया, जिसके बाद वे मौके से भाग निकले. फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है. हमारा एक भी जवान घायल नहीं हुआ है, क्योंकि वे ‘माइन प्रोटेक्टेड व्हीकल’ में सफर कर रहे थे.’ ये हमला गुरुवार सुबह 9.30 बजे हुआ. असम राइफल्स के 20 जवान सैबोल इलाके में मौजूद ऑपरेटिंग बेस से निकलकर रेगुलर पेट्रोलिंग पर रवाना हुए थे, तभी रास्ते में उन पर हमला हुआ.
अधिकारी ने आगे बताया, ‘उग्रवादियों ने कम क्षमता वाला आईईडी प्लांट किया था. उन्होंने हमले के लिए हल्के हथियारों का इस्तेमाल किया और असम राइफल्स की गाड़ियों पर हमला बोल दिया. हमारे जवानों ने अपने पूरे दमखम के साथ जवाबी कार्रवाई की और हमले को नाकामयाब कर दिया. हमलावरों का पता लगाने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है.’ मणिपुर में भारतीय सेना की असम राइफल्स की टुकड़ी को तैनात किया गया है, ताकि हिंसा पर काबू पाया जा सके.
इससे पहले इस महीने की शुरुआत में असम राइफल्स के 200 जवानों को मोरेह कस्बे में एयरलिफ्ट किया गया था. सेना ने उग्रवादियों को यहां से बाहर निकालने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया. कहा जा रहा है कि म्यांमार से आए घुसपैठियों ने इस इलाके में हिंसा की है. घुसपैठियों के जरिए किए गए हमले में एक पुलिस अधिकारी की मौत भी हुई. मणिपुर में मई के महीने से ही हिंसा जारी है. हालांकि, पिछले कुछ वक्त से शांति बनी हुई है.