Delhi News : नोटों का बंडल देखाकर आया लालच, तो ठग लिए गए

 

 

महिलाओं के लिए जरूरी खबर! अगर राह चलते कोई ऐसा शख्स आपसे मिले जो एक लाख रुपये के नोट के बंडल दिखाकर आपके पहने हुए आभूषणों को बदलने की पेशकश करे तो तुरंत सावधान हो जाइए, नहीं तो आप ठगी का शिकार हो सकती है. जी हां, दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने एक ऐसे ही शातिर ठग को गिरफ्तार करने में कमायाबी पाई है जो अपने साथियों के साथ मिलकर महिलाओं को नोटों की बंडल दिखाकर उनसे उनके गहनों के बदले एक लाख रुपये देने का लालच देता था. फिर नकली बंडल थमाकर उनके गहने लेकर रफू-चक्कर हो जाता था. इस मामले में गिरफ्तार बदमाश की पहचान, सूरज (24) के रूप में हुई है. यह दिल्ली के आनंद पर्वत इलाके का रहने वाला है.

 

डीसीपी वेस्ट विचित्र वीर ने आरोपी की गिरफ्तारी की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 8 दिसम्बर को पंजाबी बाग थाने के मादीपुर पुलिस चौकी में दी गई शिकायत में एक महिला शिकायतकर्ता ने बताया कि दो अंजान लोगों ने एक लाख रुपये के नोटों के बंडल का लालच देकर ठगों ने उनसे उनके पहने हुए सोने की इयर रिंग, नोज-पिन और लॉकेट की ठगी कर ली. महिला की शिकायत के आधार पर पंजाबी बाग थाने में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की गई.

 

सीसीटीवी के जरिए पकड़ा गया ठग

 

विचित्र वीर ने बताया कि आरोपियों की पकड़ के लिए एसीपी पंजाबी बाग सुमन पुष्करणा और एसएचओ देवेंद्र सिंह ओबरॉय की देखरेख में मादीपुर पुलिस चौकी के इंचार्ज संदीप माथुर के नेतृत्व में महिला पीएसआई सविता, हेड कॉन्स्टेबल विकास और अन्य की टीम का गठन किया गया था. पुलिस टीम ने घटनास्थल की जांच के साथ आसापास के सीसीटीवी फुटेजों को खंगाला. इनके विश्लेषण से एक फुटेज में दोनों आरोपियों को स्पष्ट रूप से देखा गया. उनमें से एक की पहचान मादीपुर के रहने वाले सूरज के रूप में हुई. इस पर पुलिस ने उसे दबोच लिया.

 

13 मामलों का हुआ खुलासा

 

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसे नशे की लत है, जिसकी पूर्ति के लिए वह वारदातों को अंजाम देता है. उसने रघुबीर नगर के रहने वाले अपने साथी आकाश उर्फ प्रिंस उर्फ माथा के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकारी. इसके अलावा वह स्नैचिंग, चोरी और सेंधमारी जैसे 17 अन्य मामलों में भी शामिल रहा है. इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और छापेमारी कर उसके साथी की तलाश में जुट गई है. इसकी गिरफ्तारी से पुलिस ने पंजाबी बाग, जनकपुरी और तिलकनगर थानों के 13 मामलों का खुलासा करने में कमायाबी पाई है.