Tuesday, May 13, 2025
उत्तर प्रदेशक्राइमजॉब-करियरदेशलापरवाहीविदेशव्यापारशिक्षास्वास्थय

2000 रुपये के नोट वापस लेने के फैसले का क्या असर हुआ, आरबीआई ने खुद बताया

 

केंद्रीय बैंक का कहना है कि 2000 रुपये के नोट के चलन से हटने का फर्क नजर आने लगा है। देश में नौ फरवरी को खत्म सप्ताह में सर्कुलेशन में रहने वाले नोटों की संख्या में ग्रोथ 3.7 फीसदी रह गई है। वहीं एक साल पहले ये 8.2 फीसदी थी। करेंसी इन सर्कुलेशन का मतलब अर्थव्यवस्था में चल रहे कुल नोट और सिक्कों से है।

केंद्रीय बैंक का कहना है कि 2,000 रुपये के नोट के चलन से हटने का फर्क नजर आने लगा है। देश में नौ फरवरी को खत्म सप्ताह में सर्कुलेशन में रहने वाले नोटों की संख्या में ग्रोथ 3.7 फीसदी रह गई है। वहीं, एक साल पहले ये 8.2 फीसदी थी। करेंसी इन सर्कुलेशन का मतलब अर्थव्यवस्था में चल रहे कुल नोट और सिक्कों से है। इसमें बैंकों के पास जमा नकदी को घटाकर मालूम किया जाता है कि जनता के हाथ में कितनी करेंसी है।

आरबीआई ने बताया कि 2000 का नोट बंद होने से कमर्शियल बैंकों के टोटल डिपॉजिट में डबल डिजिट ग्रोथ दिखी। बैंकों की रिजर्व करेंसी में ग्रोथ 9 फरवरी को घटकर 5.8 फीसदी पर आ गई। एक साल पहले से तुलना करें, तो यह 11.2 फीसदी थी। रिजर्व करेंसी का मतलब करेंसी इन सर्कुलेशन के साथ-साथ RBI के पास पड़े बैंकों के डिपॉजिट और अन्य जमा से है।