टीएमयू में लिया मातृभाषा को आत्मसात करने का संकल्प
मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की ओर से श्री प्रेम प्रकाश मेमोरियल कॉलेज, तीर्थंकर कुन्थनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन, और फैकल्टी ऑफ एजुकेशन में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों में वक्ताओं ने कहा, मातृभाषा हमारी सांस्कृतिक पहचान को परिलक्षित करती है। उन्होंने कहा, आप मातृभाषा को आत्मसात कीजिएगा क्योंकि मातृभाषा संस्कृति का संरक्षण करने में सर्वाधिक उपयोगी है। वक्ता बोले, आपसी वार्तालाप में भी मातृभाषा को महत्व दिया जाना अति आवश्यक है। नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी मातृभाषा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है।
श्री प्रेम प्रकाश मेमोरियल कॉलेज में निदेशक छात्र कल्याण प्रो. एमपी सिंह और संयुक्त निदेशक कार्यक्रम डॉ. अमित शर्मा बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। इनके अलावा एनएसएस के समन्वयक डॉ. रवि प्रकाश सिंह, डॉ. रत्नेश जैन, डॉ. अशोक लखेरा, डॉ. विनोद जैन, श्री प्रमोद जैन, श्री दीपक मलिक, डॉ. शैफाली जैन आदि की गरिमामयी मौजूदगी रही। कार्यक्रम में नर्सिंग कॉलेज तीर्थंकर पार्श्वनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग अमरोहा, फिजियोथेरेपी डिपार्टमेंट, तीर्थंकर कुंथनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन, श्री प्रेम प्रकाश मेमोरियल कॉलेज के करीब 100 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
तीर्थंकर कुंथनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन में छात्र-छात्राओं -अंशिका भटनागर, अंजली कश्यप, हर्षित कुमार, राज सैनी, अवनी सिंह, राहुल कुमार ने काव्यपाठ किया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य डॉ. विनोद जैन ने किया। इस मौके पर मिस रूबी शर्मा, डॉ. विनय कुमार, डॉ. सौरभ कुमार, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. हर्षवर्धन आदि ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन फैकल्टी बुतुल रिजवी ने किया। कॉलेज ऑफ एजुकेशन की ओर से आयोजित निबन्ध प्रतियोगिता में सुभी जैन ने प्रथम, आकांक्षा माथुर ने द्वितीय, महिमा अलेक्जेन्डर ने तृतीय जबकि प्रियंका एवम् इरम नाज़ ने संयुक्त रूप से सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता में बीएड चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में प्राचार्य प्रो. रश्मि मेहरोत्रा के अलावा फैकल्टी नाहीद बी. गौतम कुमार, डॉ. सुमित गंगवार आदि मौजूद रहे।