Exit Polls के बाद अब EVM पर बवाल, UP Police के लिए मतगणना करवाना हुआ मुश्किल

 

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजे आने में अब 24 घंटे से भी कम का समय बाकी रह गया है। वहीं, प्रदेश में सातवें व अंतिम चरण के मतदान के बाद आए एग्जिट पोल से सियासी दलों की नींद उड़ गई है। एग्जिट पोल में जहां बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलता दिखाया गया है। वहीं, विपक्षी दलों में इसे लेकर खलबली मची हुई है। इन सभी के बीच अब ईवीएम पर बवाल मच गया है, जिसकी वजह से यूपी पुलिस को मतगणना करवाने में काफी मुश्किलें हो रही हैं।

ईवीएम को लेकर मचा सियासी घमासान

ईवीएम में छेड़छाड़ या अदला-बदली के आरोपों पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कई जिलों में प्रदर्शन किया है। मंगलवार देर रात मिर्जापुर के बथुआ स्थित पॉलिटेक्निक में बने स्ट्रांग रूम के सामने देर रात निगरानी के लिए मौजूद सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। आरोप लगाया कि रात में स्ट्रांग रूम के अंदर से बीप की आवाज आ रही थी। हंगामे के बाद मौके पर पहुंचे सपा-अपना दल (क) गठबंधन के प्रत्याशी ने बीप की आवाज की जांच की मांग की।

आरोप लगाया कि जैसे मतदान के बाद बीप की आवाज आती है। उसी तरह आवाज आ रही है। मंगलवार शाम वाराणसी में वाहन से ईवीएम मिलने के बाद सपा कार्यकर्ताओं के हंगामे का मामला शांत नहीं हुआ था कि देर रात मिर्जापुर के बथुआ स्थित पॉलिटेक्निक में बने स्ट्रांग रूम के सामने प्रदर्शन शुरू हो गया। कार्यकर्ताओं का कहना था कि अंदर से बीप की आवाज आ रही थी।

मतगणना के लिए यूपी पुलिस ने तैयार किया चक्रव्यूह

यूपी में चुनाव के संपन्न होने के बाद अब 10 मार्च को पूरे प्रदेश में मतगणना होनी है। राज्य की पुलिस ने इसके लिए पूरी तरह कमर कस ली है। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया है कि मतगणना केंद्रों में कड़े सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। वहीं, ईवीएम की सुरक्षा के लिए 36 कंपनी सुरक्षा बल तैनात किए गए है। मतगणना के लिए पूरे प्रदेश में कुल 250 कंपनी केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात किए गए है, जिसमें 36 कंपनी ईवीएम की सुरक्षा के लिए तैनात हैं।

वहीं 214 कंपनी मतगणना व कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए तैनात हैं। उन्होंने बताया कि पीएसी की 61 कंपनी मतगणना के लिए राज्य भर में आवंटित की गई हैं। एडीजी कानून व्यवस्था के मुताबिक, यूपी पुलिस के 625 राजपत्रित अधिकारी, 1807 इंस्पेक्टर, 9598 सब इंस्पेक्टर, 11627 हेड कॉन्स्टेबल व 48649 कॉन्स्टेबल भी मतगणना के लिए नियुक्त किये गए हैं। एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि मतगणना के समय शांति व्यवस्था बनी रहें व राज्य का माहौल ने बिगड़े इसके लिए जीत के पश्चात विजय जुलूस निकालने पर रोक रहेगी। मतगणना में बाधा डालने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है।

मतगणना में गड़बड़ी करने वालों को गोली मारने का आदेश

वहीं, कानपुर देहात पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई ने कहा कि मतगणना के दौरान गड़बड़ी वालों को गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। दरअसल,कानपुर देहात के डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिसमें उन्होंने 10 मार्च को होने वाली मतगणना की तैयारियों की जानकारी दी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीएम के साथ एसपी स्वप्रिल ममगाई मौजूद थे।

उन्होंने कहा कि मतगणना के दौरान किसी भी तरह की अफवाह फैलाकर माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों और मतगणना स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था में गड़बड़ी या भ्रामक खबरें फैलाने वालों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए जाएंगे। यूपी में ऐसा पहली बार हुआ है कि विधानसभा चुनाव में इस तरह का आदेश दिया गया हो। मतगणना प्रक्रिया का उल्लंघन करने वालों को मौके पर ही गोली मारने के आदेश अपने आप में चौंका देने वाली बात है।