शाह अली मुत्तक़ी मियां के कव्वालो ने बाँधा सूफियाना कलामो का समां

संभल। हज़रत शाह अली मुत्तक़ी इस्राईली चिशती क़ादरी रह0 के सालाना उर्स के मौके पर चादर जुलूस उत्साह के साथ निकाला गया। क्षेत्र के मंडी किशन दास सराय, अली सराय स्थित दरगाह हज़रत शाह अली मुत्तक़ी चिशती क़ादरी पर चल रहे उर्स में कव्वालों ने सूफियाना कलाम पेश करते हुए खूब वाह वाही लूटी। बाद नमाज़ असर चादर का जुलूस पूरे उत्साह के साथ निकाला गया। उर्स का आगाज़ कुरआन खानी व ज़िक्रे मौला-ए-कायनात से हुआ। हाफ़िज़ जहीरुद्दीन वारसी उनके साथियो ने मिलाद पड़ा। सलमान सम्भली व तनवीर अशरफी ने फ़ज़ाई-ए-मौला-कायनात सुनाए। अगले दिन महफिले कव्वाली हुई और दरगाह के नाज़िमे आला मनाज़िर हुसैन वारसी के नेतृत्व में चादर जुलूस निकाला गया। दरगाह पर चादर पोशी करते हुए मुल्क व शहर में अमन शांति एवं भाईचारे को दुआ की गई। इस मौके पर सैफ अली वारसी, फहीम वारसी सारिम वारसी, मरगूब वारसी, कासिम तुर्की, सूखा, मुन्ना चौकीदार, सुल्तान, बाबू, शमसुद्दीन, महफूज़, शरफ़ वारसी, अयान वारसी, यासूब वारसी, रईस वारसी, अनीस वारसी, नफीस वारसी, इक़बाल वारसी आदि शामिल रहे।