Sunday, June 22, 2025
क्राइम

सपा नेता अनुराग सिहं नीटू ने नहीं लौटए 49.30 लाख, रिपोर्ट दर्ज

बरेली। सपा नेता अनुराग सिंह नीटू, उनकी पत्नी और रिश्तेदार पर अमानत में ख्यानत के मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है। उनके साथ व्यापार करने वाले गौरव की शिकायत उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस ने कार्रवाई की है। गौरव ने अपने परिवार को जान का खतरा भी बताया है।

सुरेश शर्मा नगर के रामायण आवास के रहने वाले गौरव गुप्ता ने बताया कि उनका सपा नेता अनुराग सिंह नीटू के साथ एक व्यापार था। उसके पैसा उन्हें अनुराग सिंह से लेना था। गौरव ने बताया कि मार्च 2021 तक सब सही चलता रहा अनुराग उन्हें समय पर पैसा देते रहे। इसके बाद उन्होंने पैसे देने में आनाकानी शुरू कर दी।

अक्टूबर 2022 में जब उन्हें ज्यादा दिक्कत हुई तो उन्होंने हाथपांव जोड़कर हिसाब करने को कहा तो उनका 4930000 रुपये बकाया निकला। जिसका अनुराग ने उन्हें चेक दे दिया और कहा की अब चेक दे दिया है सब्र रखो वह सारा पैसा लौटा देंगे। मार्च 2022 में अनुराग ने सपा से विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कहीं और कुछ पैसा और ले लिया।

टिकट न होने पर अनुराग की पत्नी शालू ने उन्हें 90000 हजार रुपये नकद दिए और एक लाख रुपये से उनके खाते में डलवाए। इसके बाद उन्होंने उनके रुपये नहीं दिए। और चेक वापस देने के लिए धमकाने लगे। जान से मारने की धमकी दी। डर के कारण 28 मई को वह परिवार के साथ खटीमा चला गया। और फिर बचता हूं कभी हरिद्वार तो कभी कुरुक्षेत्र पहुंचा।

वहां उसे गौरव को पता चला की पुलिस के साथ मिलकर अनुराग ने उसकी दीदी और पिता को कार्यालय में बैठा लिया है। इसके बाद उसने उप मुख्यमंत्री से इसकी शिकायत की। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अमानत में ख्यानत की रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

गौरव ने बताया कि उन्हें और उनके परिवार को जान का खतरा है। अगर उनके साथ कोई अनहोनी होती है तो इसके लिए यही आरोपी जिम्मेदार होंगे। इसलिए उसकी और परिवार की जान बचाने के लिए उसे सुरक्षा दिलाई जाए। पीड़ित का कहना है कि अब तक उसने अपने परिवार के लोगों का जेवर बेचकर गुजारा किया है। यदि उसे उसका पैसा नहीं मिला तो वह खुद और पत्नी बेटी के साथ आत्महत्या करने को मजबूर होगा। लिहाजा उसे उसका पैसा आरोपी से दिलाया जाए।

रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।