Sunday, June 22, 2025
उत्तर प्रदेशक्षेत्रीय ख़बरें

जल संरक्षणः पानी की आपूर्ति का बुद्धिमानी से उपयोग करना और जिम्मेदार होना होगा

मुरादाबाद। टिमिट के सभागार में आज उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अध्यक्षता में एवं पर्यावरण भारती (एनजीओ) के सहयोग से एक संगोष्ठी का आयोजन हुआ जिसका मुख्य विषय जल संरक्षण रहा। इस संगोष्ठी में उपस्थित अतिथियो में मुख्य रूप से श्री जितेंद्र नाथ तिवारी (असिस्टेंट इंजीनियर, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड), श्री सौरभ शाह (अधिशासी अभियंता, भूजल विभाग उत्तर प्रदेश मुरादाबाद मंडल) डॉ राजीव कुमार (क्षेत्रीय संयोजक, स्वदेशी जागरण मंच), श्री जयप्रकाश सक्सेना जी (संचालक, पर्यावरण भारती, एनजीओ) एवं प्रोफेसर विपिन जैन (प्रिंसिपल टिमिट सिटी कैंपस, तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी मुरादाबाद) मौजूद रहे। अपने उद्बोधन में इन सभी वक्ताओं ने एक ही बात पर प्रकाश डाला कि जल संरक्षण का अर्थ है कि हमारे पानी की आपूर्ति का बुद्धिमानी से उपयोग करना और जिम्मेदार होना। हमारी जल आपूर्ति को सुरक्षित और शुद्ध रखने से आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी की रक्षा होगी। एक आकड़ें के मुताबिक घर का कोई सदस्य घरेलू कार्यों के लिये रोज लगभग 240 लीटर पानी खर्च करता है। एक चार सदस्यों वाला छोटा मूल परिवार औसतन 960 लीटर प्रतिदिन और 350400 लीटर प्रतिवर्ष खर्च करता है। धरती पर जीवन का सबसे जरूरी स्रोत जल है क्योंकि हमें जीवन के सभी कार्यों को निष्पादित करने के लिये जल की आवश्यकता है जैसे पीने, भोजन बनाने, नहाने, कपड़ा धोने, फसल पैदा करने आदि के लिये। पीने के साथ-साथ कृषि के लिए भी हमें जल की बहुत आवश्कता होती है अतः जितना हो सके हमें पानी को संरक्षित करने में योगदान करें और दूसरे को भी जागरूक करें तथा जल का उपयोग सही ढंग से करें तथा पानी की गुणवत्ता को बनाए रखें। अंत में टिमिट के प्रिंसिपल प्रोफेसर विपिन जैन ने आए हुए सभी अतिथिगणों का आभार व्यक्त किया।