अतिक्रमण हटाने को लेकर हुए विवाद में पुलिस जिम्मेदार : मेयर

बरेली। जनकपुरी में पिछले दो दिन पहले अतिक्रमण हटाने को लेकर हुए विवाद में आज मेयर डॉ उमेश गौतम ने अपना पक्ष रखा है। उन्होंने पक्ष रखते हुए इस पूरे मामले में पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। डॉ उमेश गौतम ने कहा कि नगर निगम की ओर से लगातार अतिक्रमण हटाने को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए जिस थाने में भी अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाता है थाने की पुलिस को पहले ही सूचना दे दी जाती, जिससे कोई विवाद ना हो।

उन्होंने कहा सावन के पहले दिन ही चिकन बिरयानी की दुकान को बंद कराने को लेकर पहले ही नोटिस जारी किए जा चुके थे। सूचना मिलने पर अतिक्रमण के अधिकारी दस्ता लेकर जनकपुरी पहुंचे तो चिकन बिरयानी की दुकान खुली हुई थी। वहीं अतिक्रमण हटाने के बाद पुलिस की मौजूदगी में पूरा विवाद हुआ है। जबकि अतिक्रमण तोड़कर नगर निगम की टीम वापस आ चुकी थी इसके बाद ही विवाद हुआ।

उन्होंने आगे कहा अगर नगर निगम की मौजूदगी में विवाद होता तो सवाल और थे लेकिन स्थिति को भांपने के बाद भी प्रेम नगर पुलिस ने समय पर एक्शन नहीं लिया, जिससे जनकपुरी में विवाद खड़ा हो गया। इसलिए पुलिस प्रशासन ने प्रेम नगर थाना पुलिस पर कार्रवाई की है। वहीं डॉ उमेश गौतम ने बताया कि जब अतिक्रमण हटाने को लेकर पहले ही इसकी सूचना पुलिस को दी जा चुकी थी, तो समय पर चीता मोबाइल या पुलिस को क्यों नहीं भेजा गया। अगर समय रहते चीता मोबाइल के सिपाही भी मौके पर होते तो यह विवाद इतना ना बिगड़ता।