Monday, December 2, 2024
उत्तर प्रदेशराजनीति

जानिए, ज्ञानवापी मस्जिद मंदिर पर क्या कहा धर्मगुरु आचार्य प्रमोद कृष्णम ने

ज्ञानवापी मस्जिद पर कांग्रेस नेता और धर्म गुरु अचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि इसको अभी फैसला नहीं कह सकते। एक विषय उठा है उस विषय पर अदालत ने निर्देश दिया है। इस देश में हम सभी को अदालत के अदालत के निर्देशों का स्वागत करना चाहिए और यकीन रखना चाहिए कि अदालत जो भी फैसला देती हैं या जो भी फैसला देंगी वह कानून के आधार पर देंगे और भारत के संविधान के दृष्टिकोण से देंगी ।
जो भी फैसला आता है वह एक पक्ष को प्रभावित नहीं करता है। दोनों पक्षों को प्रभावित करता है।कभी ऐसा लगता है कि एक पक्ष कहता है कि मेरी जीत हुई है दूसरा सोचता है मेरी हार हुई है लेकिन किसी पक्ष को झटका या लटका यह सोचकर इसको नहीं देखना चाहिए अदालतें भारत का चौथा स्तंभ लोकतंत्र का चौथा स्तंभ न्यायपालिका है हम सब को न्यायपालिका के निर्देशों का सम्मान करना चाहिए। हमें हमें यकीन होना चाहिए हमें विश्वास होना चाहिए कि जो भी निर्णय होगा वह कानून के आधार पर होगा। कुछ लोगों को ऐसा लगता था कि कोर्ट कमिश्नर एक तरह से प्री जुडिस है या एक पक्ष का समर्थन करते हैं तो उन्होंने अपनी बात कोर्ट के समक्ष रखी। अगर किसी भी विषय को लेकर किसी पक्ष को संदेह है तो संदेह को मिटाने के लिए वह कोर्ट से गुहार लगा सकता है। इसीलिए एक पक्ष ने कहा कि कोर्ट कमिश्नर हटा दो कोर्ट ने उनकी बात सुनी लेकिन कोर्ट ने यह कहा कि कोर्ट कमिश्नर नहीं हटेंगे कोर्ट का जो निर्णय होगा वह सबको मान्य होगा।