भाईचारे के साथ जीवनयापन करने की प्रेरणा दें..!

आजादी के पूर्व देश में जातिवाद धार्मिक भेदभाव नहीं था! सभी धर्म के अनुयायी अपने अपने धर्म का पालन करते हुए भाईचारे के साथ रह रहे थे! पर अब राजनीतिक दल अपने फायदे के लिए खाई चौड़ी करने का काम कर रहे हैं जिसका आने वाली पीढ़ी को परिणाम भुगतना पड़ेगा!वैचारिक प्रदूषण ज्यादा खतरनाक है जो कि ज्यादा तेजी से फैल रहा है देश में हर जगह वैचारिक बारूद के ढेर तैयार हो रहे हैं!हमारे अध्यात्म योग तथा ध्यान का लाभ विदेशी लोग ले रहे हैं और हम वैचारिक प्रदूषण से गर्त में जा रहे हैं! अब भी समय है राजनीति के अल्प फायदे को छोड़ कर धर्म जाति के भेदभाव का त्याग करें! सबको अपने अपने धर्म का पालन करते हुए अहिंसा परमो धर्म: के सिद्धांत के साथ भाईचारे के साथ जीवनयापन करने की प्रेरणा दें!राजनीति करें किंतु वैचारिक प्रदूषण फैला कर नहीं देश के विकास के मुद्दे पर चर्चा करें! खुशहाली के लिए काम करें!राष्ट्र सर्वोपरि है यह सिद्धांत हर देशवासी के मन मस्तिष्क में फैलाएं! हम आप आज हैं कल नहीं रहेंगे किन्तु देश रहेगा।