कृषि विकास ही देश का असली विकास है : केंद्रीय कृषि मंत्री

बरेली। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान आईवीआरआई मे 10वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में 410 शोधार्थियों को उपाधि और 510 शोधार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गई। इसके अलावा आईवीआरआई में 12 विभाग से संबंधित अवार्ड भी मेधावियों को पुरस्कार के रूप में प्रदान किए गए। दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेश सिंह तोमर ने मेधावी छात्र छात्राओं को उपाधि प्रदान की। उन्होंने कहा कि कृषि विकास ही देश का असली विकास है, इसलिए कृषि क्षेत्र समय-समय पर शोध होते रहने चाहिए। केंद्रीय राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने शोधार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि आईवीआरआई देश के सर्वोच्च संस्थानों में से एक हैं। कृषि किसान कल्याण में आईवीआरआई की अहम भूमिका रही है और आने वाले समय में भी यहां के शोध कार्यों से किसानों में नई क्रांति आएगी।
कुलपति डा. त्रिवेणी दत्त ने बताया कि हर वर्ष देश विदेश से अनेकों शोधकर्ता यहां पर रिसर्च वर्क के लिए आते हैं और उपाधि हासिल करते हैं। कोरोना महामारी के समय में थोड़ी परेशानी जरूर है। इसके बावजूद इसके विद्यार्थियों ने अपने रिसर्च प्रोजेक्ट समय पर पूरे की और निरंतर पशु, पक्षी, कृषि और किसान हर क्षेत्र में शोधकर्ता देश की कृषि क्रांति में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इस मौके पर भूपेंद्र नाथ त्रिपाठी उप महानिदेशक पशु विभाग आईवीआरआई दिल्ली शामिल हुए।