लाल कृष्ण आडवाणी हमेशा आश्वस्त दिखे की एक दिन राम मंदिर जरूर बनेगा

निर्भय सक्सेना, बरेली। बरेली से भी लाल कृष्ण आडवाणी जी का काफी लगाव रहा। चुनाव प्रचार के दौरान वह कई बार बरेली आए । बरेली में सिंधी समाज के वरिष्ठ नेता हासा नंद छाबरिया के प्रेम नगर निवास पर उन्होंने विश्राम भी किया। जब बीजेपी विपक्ष में थी तब कई बार श्री हासा नंद छाबरिया के प्रेम नगर निवास पर उन्होंने बैठक भी की थी जिसमे ठाकुर राजवीर सिंह, संतोष कुमार गंगवार, दिनेश जौहरी, सत्य प्रकाश अग्रवाल आदि नेता भी शामिल हुए थे। मेरी भी आडवाणी जी से कई बार हासा नंद छाबरिया के प्रेम नगर निवास पर या त्रिशूल हवाई अड्डे पर कई बार वार्ता हुई जिसका समाचार दैनिक जागरण एवम अन्य समाचार पत्रों में भी छपा। आडवाणी जी सुलझे हुए राजनेता हैं। वर्ष 1980 या 1990 के दशक में जब भी लाल कृष्ण आडवाणी जी से वार्ता हुई। वह हमेशा इस बात पर आश्वस्त दिखे की एक दिन राम मंदिर जरूर बनेगा। उनके आशीर्वाद से ही मोहन लाल खट्टर उत्तर प्रदेश विधान परिषद सदस्य बन गए। अब भले ही आडवाणी जी सक्रिय राजनीति से दूर हों पर आजकल बीजेपी शासन में अयोध्या का राम मंदिर के निर्माण की गति तो तेज चल ही रही है। अयोध्या में निर्माणधीन मंदिर का कार्य भी पचास प्रतिशत पूरा हो गया है। श्री लाल कृष्ण आडवाणी भले ही आजकल भारतीय जनता पार्टी में मार्ग दर्शक मंडल में हों पर सभी इस बुजुर्ग नेता को सम्मान देते हैं। आज भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कई नेताओं ने इस वयोवृद्ध नेता को उनके दिल्ली वाले आवास पर जाकर 96वे जन्म दिवस पर बधाई दी। लाल कृष्ण आडवाणी भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ट राजनीतिज्ञ रहे हैं। आडवाणी जी वर्ष 2002 से 2004 तक भारत के 7वें उप प्रधान मंत्री भी रहे। लाल कृष्ण आडवाणी भारतीय जनता पार्टी में सह – संस्थापक और वरिष्ठ नेता भी हैं। वह लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, एक स्वयंसेवी संगठन के सदस्य भी हैं। आजकल भारतीय जनता पार्टी में वह मार्ग दर्शक मंडल में हैं। राम मंदिर के लिए सोमनाथ से अयोध्या तक लाल कृष्ण आडवाणी ने ऐतिहासिक रथ यात्रा शुरू की थी। अयोध्या तक की यात्रा के लिए वह 25 सितंबर 1990 को गुजरात के सोमनाथ से रथ में बैठकर यात्रा पर निकले थे। इस रथ यात्रा को 30 अक्टूबर1990 को अयोध्या पहुंचना था। इस रथ यात्रा को लेकर काफी राजनीतिक बयानबाजी और हिंसा भी हुई थी। बाद में बिहार में लालू सरकार ने लाल कृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार करा लिया था और बीजेपी की रथ यात्रा रोक दी गई थी। स्मरण रहे लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को हुआ था। उनका विवाह कमला आडवाणी जी के साथ हुआ।उनकी पुत्री प्रतिभा आडवाणी है। वह लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, एक स्वयंसेवी संगठन के सदस्य भी रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी को भारतीय राजनीति में एक प्रमुख पार्टी बनाने में उनका योगदान भी सर्वोपरि रहा है। आडवाणी जी कई बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं।