शिक्षक ही सिखाता है मुश्किल चीजों का सामना करना : डा. विनोद शर्मा

बरेली। शांतिकुंज गर्ल्स इंटर कॉलेज में शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें शिक्षक शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया।
समारोह में शिक्षक शिक्षिकाओं को संबोधित करते हुए डा. विनोद शर्मा ने कहा कि एक शिक्षक और शिष्य के बीच में शिक्षा और ज्ञान का संबंध होता है। हमारे जीवन में शिक्षा और शिक्षक दोनों ही बहुत ज़रूरी हैं, क्योंकि हमारी जिंदगी को संवारने में हमारे माता-पिता के बाद इनकी भूमिका सबसे अहम होती है। जिस तरह से हमारे माता-पिता ही हमारे भगवान होते हैं, उसी प्रकार से हमारे गुरु में भी ईश्वर का वास होता है क्योंकि गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वरः गुरुर साक्षात परब्रह्म:, तस्मै श्री गुरुवे नमः”। ये भी सच है कि बिना शिक्षक के हमें शिक्षा और ज्ञान नहीं मिल सकता। कहते हैं कि समय से बड़ा गुरु कोई नहीं होता, क्योंकि देर से ही सही मगर समय हमें सब कुछ सीखा देता है। लेकिन मैं मानता हूं कि हम सीखने में देर ही क्यों करें, क्यों न समय रहते ही हम अपने गुरु या शिक्षक से शिष्य के रूप में पहले से ही वो सीख या ज्ञान प्राप्त क्यों न कर लें, जिससे बाद में होने वाली परेशानी से बचा जा सके। क्योंकि वो एक शिक्षक ही होता है, जो हमें सीखाता है कि मुश्किल चीजों का सामना कैसे करना है।