शंकराचार्य जी का दिवंगत होना हिंदू समाज की अपूरणीय क्षति= सुमन वर्मा

द्वारका पीठ एवं शारदा पीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य जी महाराज के दिवंगत होने पर हिंदू जागृति मंच के सदस्यों ने दीप जलाकर शांति पाठ का उच्चारण किया तथा आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।

नगर के कोट पूर्वी में स्थित अंकुर रस्तोगी के निवास पर हिंदू जागृति मंच की शोक सभा आयोजित की गई, जिसमें शारदा पीठ एवं द्वारका बीच के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज के दिवंगत होने पर 2 मिनट का मौन धारण कर शांति पाठ का उच्चारण किया गया। दिवंगत आत्मा को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

इस अवसर पर हिंदू जागृति मंच के उपाध्यक्ष सुमन कुमार वर्मा ने कहा कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी का दिवंगत होना हिंदू समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। हिंदू समाज के सिरमौर स्वामी स्वरूपानंद जी थे। उन्होंने 99 साल की आयु में सांसारिक यात्रा पूर्ण की। आध्यात्मिक क्षेत्र में भारत की कीर्ति पताका विश्व भर में फहराकर स्वामी स्वरूपानंद अपने वेवाक विचार रखकर विश्व भर में अपनी पहचान बनाई।
मंडल अध्यक्ष अनंत कुमार अग्रवाल ने कहा कि जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी को परमपिता परमात्मा अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें। उस पुण्य आत्मा को चिर शांति प्रदान करें। हिंदू जागृति मंच के सभी सदस्यों ने अपने हाथों में मिट्टी के दीए लेकर प्रज्ज्वलित किए। सामूहिक रूप से शांति पाठ का उच्चारण किया। 2 मिनट का मौन धारण किया। मौन अवस्था में सभी ने अपने अपने इष्ट से प्रार्थना की कि हमारे जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी की आत्मा को चिर शांति प्रदान करें। शोक सभा में पंकज रस्तोगी, मंजू रस्तोगी, अंकुर रस्तोगी, संतोष कुमार गुप्ता, दीपा वार्ष्णेय, सरिता गुप्ता, अरविंद शंकर शुक्ला, प्रदीप कुमार शुक्ला, वैभव गुप्ता, पंकज सांखधर, अजय कुमार शर्मा आदि ने श्रद्धांजलि दी एवं श्रद्धा सुमन अर्पित किए। बैठक का संचालन निर्देशन हिंदू जागृति महिला मंच की जिला प्रवक्ता शालिनी रस्तोगी ने किया।