विश्व की सबसे बड़ी युवा आबादी का नशे में जाना शांति के लिए बना खतरा

लखनऊ/कानपुर। विश्व शांति दिवस पर यूनाइटेड नेशनल जनरल असेंबली राष्ट्रों और लोगों के बीच अहिंसा शांति और युद्ध विराम के आदर्शों को बढ़ावा देने के प्रयास करती है 2022 की थीम है नस्लवाद खत्म कर शांति स्थापित करें हमने नस्लवाद के कारण करोड़ों निर्दोषों को पूर्व में मौत के घाट उतार कर मानवता को शर्मसार भी किया है और अभी भी अक्सर नस्लवाद की जघन्य घटनाएं दुनिया के सभी कोनो से आती रहती हैं वहीं दूसरी ओर दुनिया में बहुत बड़ी युवा आबादी का नशे के रोग में जाना और ड्रग्स के अवैध व्यापार की आय से आतंकी गतिविधियों का बड़े पैमाने पर संचालन होने के चलते आज हम अशांति के चौराहे पर खड़े हैं उपरोक्त बात नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के अंतर्गत विश्व शांति दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित वेबीनार शीर्षक नस्लवाद को खत्म कर बढे विश्व शांति के मार्ग पर अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के नेशनल ब्रांड एंबेसडर उत्तर प्रदेश प्रभारी योग गुरु ज्योति बाबा ने कही,ज्योति बाबा ने आगे कहा कि बच्चों की स्कूली किताबों में अनिवार्य रूप से नक्सलवाद को मिटाने हेतु विस्तृत लेख प्रकाशित किए जाएं और उस हेतु उन्हें विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा ना सिर्फ मानसिक रूप से तैयार किया जाए बल्कि वर्तमान परिस्थितियों के संदर्भ में अनिवार्यता भी बताई जाए। नशा मुक्त समाज अभियान से जुड़े वरिष्ठ समाजसेवी मनोज गुप्ता ने जोर देकर कहा कि आधुनिक तकनीकी युग में जहां विश्व एक ग्लोबल विलेज बन चुका है वहां पर नस्लवाद जैसी विकृत कैंसर के समान है इसीलिए इसे मिटाने को सभी देश एक साहसिक कदम उठाकर शांति स्थापित करें,प्रदेश उपाध्यक्ष अंजू सिंह ने कहा यह शांति दिवस 365 दिनों मनाने का हम सब संकल्प लें मानवता के लिए सभी मतभेदों से ऊपर उठने शांति के लिए प्रतिबद्ध होने और शांति की संस्कृत के निर्माण में योगदान करें। जिला प्रभारी बाराबंकी सुमित राज ने वेबीनार का कुशल संयोजन किया।

अंत में योग गुरु ज्योति बाबा ने नस्लवाद को मिटाने व शांति स्थापित करने हेतु नशा मुक्त महा संकल्प भी कराया।