एक साल से डॉक्टरों ने नहीं संभाला कार्यभार, शासन ने नियुक्ति निरस्त के दिए आदेश

बरेली। सरकारी अस्पतालों में सबसे अधिक मरीज रोजाना इलाज कराने आते हैं, लेकिन यहां मानव संसाधन के अभाव के चलते मरीजों का इलाज प्रभावित हो रहा है। इस व्यवस्था को सुगम करने के लिए शासन ही नहीं खुद जिन्हें जिम्मेदारी मिली हैं उनका भी रवैया उदासीन बना हुआ है।

राज्य लोक सेवा आयोग की ओर से वर्ष 2020-21 में प्रदेश में नियमावली में हुए बदलाव के अनुपालन में कुल डॉक्टरों को लेवल दो पर भर्ती किया था, लेकिन इनमें से 229 डॉक्टरों ने नियुक्ति पाने के बाद भी कार्यभार ग्रहण नहीं किया। जिस पर बुधवार को शासन ने इन डॉक्टरों की नियुक्ति को रद्द कर दिया है। गौरतलब है कि इन डॉक्टरों में बरेली के तीन डॉक्टर शामिल हैं।

विभागीय अधिकारियों के अनुसार शासन की ओर से बरेली में डॉ. रचना गुप्ता को फरीदपुर, डॉ. सरिता रावत को भमौरा और डॉ. आरिफ हुसैन को नवाबगंज में नियुक्ति किया गया था, लेकिन इन्होंने कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। शासन के आदेश पर इन डॉक्टरों की नियुक्तियां निरस्त कर दी गई हैं। इस संबंध में एसीएमओ प्रशासन डा. हरपाल सिंह ने बताया कि शासन की ओर से विभाग को सूचना मिली है। जिले के तीन डॉक्टरों की नियुक्तियां हुई थीं लेकिन उन्होंने कार्यभार ग्रहण नहीं किया है।