पत्रकार को प्रताड़ित करने में 12 पुलिसकर्मियों सहित जेलर व सरकारी डॉक्टर पर परिवाद

मुरादाबाद : स्थानीय साप्ताहिक समाचार पत्र के पत्रकार फैज़ान कुरैशी को जेल भेजने के प्रकरण में तीन क्षेत्राधिकारी, छह दरोगा, एक इंस्पेक्टर दो सिपाही, ऑन ड्यूटी जेलर व सरकारी अस्पताल के डाॅक्टर के विरूद्ध स्थानीय न्यायालय में परिवाद दर्ज हुआ है। एक साथ 12 पुलिसकर्मियों जेलर और सरकारी चिकित्सक के खिलाफ कंप्लेंट केस दायर होने से पूरे प्रदेश के पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।

जानकारी के मुताबिक धारा 340, 120बी, 165ए, 166ए, 166बी, 193, 195, 201, 205, 211, 219, 220, 326, 342, 367, 392, 420, 467, 468, 469, 471 व 504 आईपीसी जैसी गंभीर धाराओं व पुलिस रैग्यूलेशन के आर्टीकल के तहत निनलिखित आरोपियों के खिलाफ न्यायालय पंचम एसीजेएम कोर्ट में यह परिवाद दर्ज हुआ है। जिसमे 30 नवम्बर को अगली सुनवाई की तिथि निर्धारित की गई है।

तीन क्षेत्राधिकारी, 6 दरोगा,एक इंस्पेक्टर दो सिपाही, ऑन ड्यूटी जेलर व सरकारी अस्पताल के डाॅक्टर के विरूद्ध परिवाद दर्ज:

डॉक्टर अनूप सिंह, क्षेत्राधिकारी, महेश चन्द्र गौतम, क्षेत्राधिकारी, आशुतोष तिवारी, क्षेत्राधिकारी, वीरेश सिंह ( जेलर ज़िला कारागार), डाक्टर मनोज यादव (आकरि्मिक चिकित्साधिकारी) जिला चिकित्सालय, जयदेव सिंह यादव इंस्पेक्टर क्राइम, थाना मझोला, जगजीत सिंह, सब इंस्पेक्टर, राजवेन्द्र कौर, सब इंस्पेक्टर, परविन्द्र कुमार, सब इंस्पेक्टर, दीपक मलिक, सब इंस्पेक्टर, अनुज त्यागी, सब इंस्पेक्टर, दिनेश कुमार, सब इंस्पेक्टर, सलीम खान, सब इंस्पेक्टर, आनन्द कुमार, कांस्टेबल, नरेन्द्र कुमार, कांस्टेबल

बता दें कि कुछ माह पूर्व पैगंबर मोहम्मद साहब पर भाजपा की पूर्व नेता नुपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी करने पर जामा मस्जिद क्षेत्र में हुए विरोध प्रदर्शन के मामले में पुलिस ने पत्रकार को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उक्त प्रकरण में पुलिसकर्मियों पर आरोप था कि उन्होंने साजिशन फर्जी तरीके से पत्रकार फैजान कुरैशी को गिरफ्तार किया था। पत्रकार फैजान कुरैशी ने पुलिस पर मारपीट करने के साथ ही उसे जूते में पेशाब भरकर जबरन पिलाने का आरोप लगाया था। पत्रकार फैजान कुरैशी का कहना था कि पुलिस ने उसे फर्जी ढंग से मुकदमे में फसाया है और जिस दिन मुगलपुरा क्षेत्र में नूपुर शर्मा को लेकर प्रदर्शन और विवाद हुआ था उस दिन वह शहर में ही नहीं थे।