सफल चिकित्सक के लिए योग्यता के साथ मानवीय गुण जरूरी
बरेली। नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) ने नए विद्यार्थियों को मेडिकल फील्ड से संबंधित समाज से जुड़े विभिन्न विषयों की जानकारी देने के लिए फाउंडेशन कोर्स लागू किया है। एक महीने के इस फाउंडेशन कोर्स में एमबीबीएस की पढ़ाई आरंभ होने से पहले विद्यार्थियों को विभिन्न जानकारियां दी जानी हैं। इसी के तहत एसआरएमएस मेडिकल कालेज में चिकित्सकों से समाज की अपेक्षाएं विषय पर मोटिवेशनल लेक्चर आयोजित हुआ। जिला उपभोक्ता अदालत के अध्यक्ष घनश्याम पाठक और बरेली कालेज के पॉलिटिकल साइंस विभाग की प्रोफेसर (डा.) वंदना शर्मा ने कहा कि लोगों को भगवान से जितनी अपेक्षाएं हैं उससे कम चिकित्सकों से भी नहीं। लोग करीबी परिजनों के बाद सबसे ज्यादा चिकित्सक पर ही विश्वास करते हैं। कोविड महामारी ने यह साबित भी कर दिया। इसी से चिकित्सकों को धरती पर भगवान का दर्जा दिया जाता है। आज के दौर में समाज की अपेक्षाओं के साथ गूगल डॉक्टर से निपटना चिकित्सकों के लिए बड़ी चुनौती है। लेकिन मानवीय गुणों और योग्यता से सभी चुनौतियों से निपटना संभव है। इसे से सफल चिकित्सक बना जा सकता है।
घनश्याम पाठक ने कहा कि परिश्रम, योग्यता और अनुभव सफल चिकित्सक बनने के लिए जरूरी है। लेकिन यह पर्याप्त नहीं। सफल चिकित्सक के लिए इसके साथ ही सेवाभाव, कर्तव्य, विनम्रता, उत्साह, अपनत्व, संयम, नैतिकता और सकारात्मक दृष्टिकोण भी जरूरी है। डा. प्रिंसिपल डा.एसबी गुप्ता ने स्मृति चिह्न देकर अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर एसआरएमएस ट्रस्ट के एडवाइजर इंजीनियर सुभाष मेहरा, डीएसडब्ल्यू डा.क्रांति कुमार, डा.जसविंदर सिंह, डा.हुमा खान मौजूद रहे।