कार्रवाई के डर से 25 होटल हुए बंद

बरेली। बगैर एनओसी के पानी का दोहन करने वाले होटल व रेस्टोरेंट संचालकों पर सख्ती बरती जा रही है। अब इसका असर भी दिखने लगा है। कार्रवाई से बचने के लिए होटल मालिकों ने एनओसी के लिए भू-गर्भ जल विभाग में एनओसी की आवेदन प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया है। वहीं कार्रवाई के डर से जिले में 25 होटल संचालकों ने कारोबार बंद कर दिया है। इसकी सूचना भी विभाग को दे दी गई है।

जनपद में भू-गर्भ जल का स्तर तेजी से गिर रहा है। लोग धड़ल्ले से जल का दोहन कर रहे हैं। बीते दिनों डीएम के आदेश पर विभाग ने जिले में बिना एनओसी के पानी का दोहन करने वाले होटल व रेस्टोरेंट संचालकों को नोटिस जारी किए थे। भू-गर्भ जल विभाग के सीनियर हाइड्रोजियोलॉजिस्ट गणेश नेगी ने बताया कि पर्यटन विभाग ने 115 होटलों की सूची सौंपी थी, जो कि बिना एनओसी के संचालित हो रहे थे।

इन सभी को नोटिस जारी किए गए थे। 40 होटलों के पानी के कनेक्शन काटे गए थे। नोटिस जारी कर तुरंत एनओसी को आवेदन करने का आदेश दिया था। वर्तमान में 90 होटल संचालकों ने विभाग में एनओसी के लिए आवेदन किया था, जो कि प्रक्रिया पूर्ण हो गई है। वहीं सर्वे में पता लगा है कि इस सूची में शामिल 25 होटल संचालकों ने कारोबार बंद कर दिया है। वहीं जिले में होटल रेस्टोरेंट का निरीक्षण भी किया जाएगा। एनओसी की जांच की जाएगी। अनियमितता मिलने पर कार्रवाई के लिए डीएम को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।

विभागीय अधिकारियों के अनुसार हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी प्री और पोस्ट मानसून का भू-गर्भ जल स्तर को लेकर सर्वे किया जा रहा है। प्री मानसून सर्वे पूर्व ही कर लिया गया है। वहीं पोस्ट मानसून सर्वे में टीमें जिले भर में लगी हुई हैं। दिसबंर के पहले सप्ताह तक पोस्ट मानसून सर्वे की रिपोर्ट आ जाएगी। नगर निकाय चुनाव में विभागीय कर्मचारियों की बीएलओ ड्यूटी लगाई गई थी, जिसके चलते पोस्ट मानसून की सर्वे रिपोर्ट में विलंब हुआ है।