अलखनाथ मंदिर परिसर में सत्य प्रकाश अग्रवाल ने बनवाया था गोवर्धन पर्वत की तर्ज पर मंदिर
निर्भय सक्सेना, बरेली। नाथ नगरी बरेली अपने नाथ मंदिरों, अलखनाथ, मढ़ीनाथ, तपेश्वर नाथ, धोपेश्वर नाथ, बनखंडी नाथ, त्रिवटी नाथ के बाद अब पशुपति नाथ के कारण ही प्रसिद्धि पाता रहा है। जहां दूर दराज के शिवभक्त तो वर्षभर आते ही हैं। अलखनाथ मंदिर परिसर में ही सत्य प्रकाश अग्रवाल ने गोवर्धन पर्वत की तर्ज पर एक मंदिर भी बनवाया था। नाथ नगरी समिति सावन माह में परिक्रमा भी निकालती है। पूरे सावन प्रदोष पूजन भी निरंतर चलता ही रहता है। इन नाथ मंदिरों का समय समय पर शिवभक्त जीर्णोधार भी मंदिर समिति के साथ ही शिवभक्त भी कराने में अपना तन मन धन का भी सहयोग करते हैं।
बरेली में टीबरी नाथ मंदिर कमेटी, धोपेश्वर नाथ समिति ने जन सहयोग से मंदिर को काफी आकर्षक एवम हरा भरा बना दिया जहां साधु संतों के प्रवचन एवम कथा कार्यक्रम निरंतर होते रहते हैं। एक शिवभक्त जगमोहन ने काठमांडू के पशुपति नाथ मंदिर की तर्ज पर बरेली में रुहेलखंड विश्व विद्यालय के सामने पशुपति नाथ मंदिर की 1975 के दशक में स्थापना भी कराई थी। ऐसे ही साहूकारा निवासी शिवभक्त स्वर्गीय सत्य प्रकाश अग्रवाल ने बाबा अलखनाथ मंदिर परिसर में गोवर्धन पर्वत मंदिर की तर्ज पर मंदिर की वर्ष 2011 में मंदिर समिति के सहयोग से शिवालय का जीर्णोधार एवम उसके बाहर गोवर्धन पर्वत जैसे मंदिर की अपने पिता हर प्रसाद अग्रवाल एवम श्रीमती प्रेम कुमारी की स्मृति में स्थापना भी कराई थी। साहूकारा निवासी शिव भक्त सत्य प्रकाश अग्रवाल सराफ का 16 अप्रैल 2014 में एवम उनकी पत्नी कमला देवी (कमला मेंशन) का 16 अप्रैल 2021 में निधन हो गया था । अब उनके पुत्र वीरेंद्र प्रकाश अग्रवाल, अजय कुमार अग्रवाल ( पूर्व महानगर अध्यक्ष बीजेपी) एवम प्रेम प्रकाश अग्रवाल ( कांग्रेस नेता) अपने पुत्रों शंकर शरण, शेखर, शैलेश, शैलेंद्र, आशुतोष अग्रवाल के साथ अब बाबा अलखनाथ की निरंतर सेवा करते हैं। उनका लगभग प्रति दिन मंदिर भी जाना होता है। बीते वर्ष 2017 में ही उन्होंने अलखनाथ मंदिर का गेट का भी आकर्षक ढंग से जीर्णोधार भी कराया था। वर्ष 1950 से साहूकारा में सराफा का कारोबार करने वाले स्वर्गीय सत्य प्रकाश अग्रवाल के परिजन अजय अग्रवाल एवम प्रेम प्रकाश अग्रवाल अब अपने सराफा व्यवसाय को आधुनिक रूप से ही साहूकारा = आलमगिरीगंज में एवम वीरेंद्र प्रकाश अग्रवाल प्लाई बोर्ड का रजयू में विस्तार कर आगे बढ़ा रहे हैं। यही नहीं साहूकारा के मंदिर पर उनका परिवार हर वर्ष अन्नकूट का प्रसाद वितरण, 30 नवंबर 2015 से पिता सत्य प्रकाश की स्मृति में बाबा अलखनाथ मंदिर में भंडारा भी कराते हैं।