शिवपाल के साथ पूरी प्रसपा का सपा में होगा समायोजन, अखिलेश के ऐलान के बाद सक्रिय हुए दोनों दलों के नेता

मैनपुरी। डिंपल की बंपर जीत के बाद जनता का आभार जताने और मुलायम सिंह की समाधि स्थल पर नमन करने सैफई पहुंचे अखिलेश यादव ने ऐलान किया कि चाचा शिवपाल की पार्टी में बड़ी भूमिका होगी। उन्‍होंने यह भी कहा कि चाचा के साथ सपा में आए सभी प्रसपा कार्यकर्ताओं को सम्‍मान दिया जाएगा,अखिलेश के इस ऐलान के बाद लखनऊ से लेकर यूपी के तमाम जिलों में दोनों दलों के नेता सक्रिय हो गए हैं।शिवपाल ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का गठन भतीजे अखिलेश यादव से बढ़ी दूरियों के चलते किया था। उनकी पार्टी से प्रदेश के कई जिलों में सपा के पुराने नेता जुड़े थे जो शिवपाल के बेहद करीबी माने जाते हैं। अब शिवपाल की वापसी के बाद वे नेता भी अपनी पुरानी पार्टी में लौट आए हैं। गुरुवार को सपा में प्रसपा के विलय का ऐलान होते ही शिवपाल यादव, उनके बेटे आदित्य और अन्य समर्थकों की गाड़ियों से प्रसपा के झंडे उतर गए। सभी की गाड़ियों पर सपा के झंडे लग गए। इस मौके पर भावुक शिवपाल ने कहा कि अब गाड़ी से सपा का झंडा कभी नहीं उतरेगा। इस बदलाव की शुरुआत सैफई से हुई जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव चाचा प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव से सैफई के एसएस मेमोरियल स्कूल में मिलने पहुंचे। यहां उन्होंने चाचा को प्रणाम कर मैनपुरी उपचुनाव में डिंपल यादव की बड़ी लीड पर बधाई दी और उन्हें सपा के चुनाव निशान वाला झंडा भेंट दिया।