एपेक्स हॉस्पिटल में आज से रोबोटिक थोरैसिस सर्जरी ओपीडी की हुई शुरुआत

मुरादाबाद। मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल, वैशाली ने आज मुरादाबाद के एपेक्स हॉस्पिटल के साथ भागीदारी से वहां रोबोटिक थोरैसिस सर्जरी ओपीडी की शुरुआत की। मरीजों को क्वालिटी हेल्थकेयर सेवाएं उपलब्ध कराने के मकसद से इस अस्पताल द्वारा मरीजों के लिए उठाया गया एक और कदम है। इस ओपीडी में कोविड के बाद मरीजों को फेफड़ों में होने वाली परेशानियों या पल्मोनरी म्यूकरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस, कैविटेटरी लेशंस और ब्रोन्को प्लूरल फिशुला जैसी बीमारियों पर विशेषज्ञों की सलाह और उपचार उपलब्ध कराया जाएगा।

ओपीडी सेवाओं का उद्घाटन मैक्स हॉस्पिटल वैशाली में थोरैसिस एंड रोबोटिक थोरैसिस सर्जरी विभाग के निदेशक डॉ. प्रमोज जिंदल ने किया। डॉ. जिंदल भारत के चंद प्रशिक्षित थोरैसिस आॅन्को—सर्जनों (कैंसर सर्जन) में से एक हैं। वह पिछले 12 वर्षों से थोरैसिस सर्जरी कर रहे हैं और विश्व के कई प्रमुख थोरैसिस सर्जिकल केंद्रों पर प्रशिक्षण पा चुके हैं। वह परामर्श के लिए इस ओपीडी में हर महीने के पहले बृहस्पतिवार को आएंगे। मैक्स हॉस्पिटल, वैशाली अपने अनुभवी डॉक्टरों और अन्य हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स की योग्य टीम की मदद से विश्व स्तरीय और अत्याधुनिक पल्मोनरी एवं सांस संबंधी चिकित्सा उपलब्ध कराता है।मैक्स हॉस्पिटल ने मुरादाबाद में ओपीडी सेवाएं शुरू करने का फैसला किया है जहां कोविड संबंधी फेफड़े का संक्रमण और कोविड के बाद की परेशानियों के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। चूंकि इस वायरस का म्यूकस मेम्ब्रेन और श्वसन प्रणालियों पर घातक असर पड़ता है इसलिए इससे फेफड़े बुरी तरह जख्मी हो जाते हैं, इसमें द्रव भी बढ़ जाता है और कुछ मामलों में तो इसके गंभीर रूप से टिश्यू इतने क्षतिग्रस्त हो जाते हैं कि मरीज को फेफड़े का ट्रांसप्लांट कराने की नौबत आ जाती है। इस ओपीडी सेवा से मुरादाबाद और आसपास के सभी आयुवर्ग, सामाजिक—आर्थिक पृष्ठभूमि के मरीज बेहतरीन परामर्श और उपचार प्राप्त कर सकते हैं।

इस मौके पर डॉ. प्रमोद जिंदल ने कहा, ‘जिन मरीजों में लंबे समय तक कफ, बलगम से खून आना और सीने में दर्द की शिकायत रहती है उन्हें फेफड़े से जुड़ी समस्या हो सकती है और जल्द से जल्द इसका इलाज जरूरी है। पल्मोलॉजिस्ट जैसे विशेषज्ञ कोविड के बाद मरीजों में इस तरह की समस्याओं का लगातार इलाज कर रहे हैं। वायरस के नए—नए वैरिएंट आने से ऐसे मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। ऐसे मामलों के इलाज में देरी से न सिर्फ बेहतर परिणाम पर असर पड़ता है, बल्कि मरीज की जीवन गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव और जीवित रहने की दर में भी कमी आती है। लेकिन अब इस ओपीडी और नई टेक्नोलॉजी के कारण मरीजों को सही समय पर इलाज मिल जाएगा और वे सामान्य जीवन जीने की अपेक्षा कर सकते हैं।

मुरादाबाद में ओपीडी सेवा शुरू होने से इस अस्पताल में भी आसपास के ज्यादा से ज्यादा लोगों को चिकित्सा सुविधा मिल जाएगी। जरूरतमंद मरीजों की सर्जरी मैक्स हॉस्पिटल वैशाली में ही की जाएगी। सर्जरी के बाद या इससे पहले वे इस ओपीडी में परामर्श और चिकित्सा सलाह ले सकते हैं।