परिवार नियोजन की सुविधाएँ देने में मुरादाबाद अव्वल

  • टेलीमेडिसिन की सेवा सबसे अधिक बिजनौर व अमरोहा में दी गई
  • आयुष्मान कार्ड बनाने में बिजनौर का प्रदर्शन बेहतर

मुरादाबाद : परिवार नियोजन की सुविधाएं देने में मंडल में सबसे अच्छा प्रदर्शन मुरादाबाद का रहा है। इसके अलावा प्रदेश की 51 लाख महिलाएं परिवार नियोजन के साधन को अपनाना‌ चाहती हैं। इनमें से 32 लाख महिलाएं ऐसी हैं, जिनका परिवार पूरा हो गया है। ये महिलाएं अब और संतान नहीं चाहती हैं। 19 लाख महिलाएं ऐसी हैं, जो दूसरे बच्चे में अंतर रखने की पक्षधर हैं। बच्चा होने के एक साल बाद तक परिवार नियोजन के साधन अपनाने की सबसे अधिक जरूरत पड़ती है।

ये कुछ निष्कर्ष हैं अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सभागार में हुई एनएचएम के अंतर्गत संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक के। बैठक में जिलों में चिकित्सकों की उपलब्धता, आयुष्मान भारत प्रधानंत्री जन आरोग्य योजना, परिवार नियोजन कार्यक्रमों की प्रगति रिपोर्ट, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, 102 नेशनल एंबुलेंस सेवा की स्थिति, दवाओं की उपलब्धता, मातृत्व स्वास्थ्य कार्यक्रम व अन्य कार्यक्रमों की वर्तमान स्थिति पर भी बात हुई।

संयुक्त निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डा. सीमा ने परिवार नियोजन कार्यक्रम में सहयोग कर रही टेक्निकल सपोर्ट यूनिट ( टीएसयू) को निर्देश दिए कि वह अपनी देखरेख में परिवार नियोजन का स्थाई साधन इस्तेमाल करने की ट्रेनिंग किसी डाक्टर से ए एन एम को दिलवाए।

मंडलीय परियोजना प्रबंधक हुमैरा बिन सलमा ने मंडल के सभी जिलों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर अधूरे कामों को जल्दी पूरा करने के निर्देश दिए। टेलीमेडिसिन की सेवा सबसे अधिक बिजनौर व अमरोहा में लाभार्थियों को दी गई। मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रमों के अंतर्गत गर्भवती को घर से अस्पताल ले जाने और प्रसव के बाद अस्पताल में ठहरने की व्यवस्था सुनिश्चित करने में अमरोहा व मुरादाबाद का प्रदर्शन बेहतर रहा। मंडल में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में आयुष्मान कार्ड बनाने में बिजनौर का प्रदर्शन बेहतर रहा। इसी योजना में लाभार्थी को उपचार देने के मामले में अमरोहा अव्वल रहा।

102 नेशनल एंबुलेंस सेवा व 108 इमरजेंसी मेडिकल ट्रांसपोर्ट सर्विसेज एंबुलेंस सेवाओं की स्थिति में भी बिजनौर का प्रदर्शन बेहतर रहा। स्वास्थ्य विभाग में काम कर रही पार्टनर संस्था यूनिसेफ, पीएसआई इंडिया आदि के प्रतिनिधि ने भी अपने कामों की रिपोर्ट प्रस्तुत की।

बैठक में संयुक्त निदेशक डा. आशु अग्रवाल, बिजनौर व रामपुर के सीएमओ, एसीएमओ डा. गोपीलाल, डा. विश्राम सिंह, डा. पंकज विश्नोई, डा. प्रमोद गुप्ता, मण्डलीय सर्विलांस अधिकारी डा. नवीन रस्तोगी, मण्डलीय अनुश्रवण एवं मूल्यांकन अधिकारी देवेन्द्र कुमार, मण्डलीय परिवार नियोजन प्रबन्धक पंकज सक्सेना , डीपीएम, डीसीपीएम, डीएमएचसी, जिला कार्यक्रम समन्वयक-आयुष्मान भारत एवं प्रतिनिधि यूनीसेफ आदि मौजूद रहे।