उपजा प्रेस क्लब में गणतंत्र दिवस पर सांसद संतोष गंगवार ने किया ध्वजारोहण एसएसपी अखिलेश चौरसिया ने पत्रकारों को पुरस्कृत किया लोकतंत्र को स्थाई रखने के लिए रोज मेहनत जरूरी, मीडिया की भूमिका अहम – डा. पवन

निर्भय सक्सेना, बरेली। यू पी जर्नलिस्ट एसोसिशन बरेली शाखा के “उपजा प्रेस क्लब, बरेली” में गणतंत्र दिवस के अवसर सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने ध्वजारोहण किया। दो चरणों में हुए इस कार्यक्रम के दूसरे चरण में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश चौरसिया ने पत्रकारों को सम्मानित किया। उनके साथ सिटी मजिस्ट्रेट व जिला सूचना अधिकारी डा. वाई पी सिंह ने भी पत्रकारों को सम्मान पत्र बांटे।

उपजा प्रेस क्लब परिसर में सबसे पहले सांसद संतोष गंगवार ने उपजा अध्यक्ष डा. पवन सक्सेना के साथ ध्वजारोहण किया तथा तिरंगे के प्रतीक चिन्ह वाले गुब्बारों को भी छोड़ा। इसके बाद सभागार में हुए कार्यक्रम में सांसद संतोष गंगवार ने बरेली की प्रमुख महिला पत्रकारों को सम्मानित किया। उन्होंने डी डी न्यूज की नाजिया अंजुम, वाइस आफ लखनऊ की गीता मनोज शर्मा, सिटी न्यूज की मोनिका भारती, सुदर्शन न्यूज की राइमा खान को उत्कृष्ट महिला पत्रकार सम्मान दिया। साइलेंट न्यूज की संपादक शाइस्ता नफीस को उत्कृष्ट महिला संपादक सम्मान प्रदान किया। साहित्यकार व पत्रकार रमेश गौतम ने गणतंत्र दिवस के इतिहास व विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ पत्रकार व उपजा प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष निर्भय सक्सेना ने यू पी जर्नलिस्ट एसोसिशन उपजा के इतिहास एवम बरेली की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उपाध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उपजा के उपाध्यक्ष व आज तक के क्षेत्रीय प्रमुख कृष्ण गोपाल राज ने सम्मानित होने वाले पत्रकारों को योगदान को विस्तार से बताया।

उपजा अध्यक्ष डा. पवन सक्सेना ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सांसद संतोष गंगवार ने मीडिया के विभिन्न स्वरूपों पर चर्चा की। उन्होंने लोकसभा के कुछ अद्भुत सद्स्यों को याद किया। कहा कि जार्ज फर्नाडीज हिंदी भाषी नहीं थे लेकिन लोकसभा में अक्सर हिंदी में बोलने का काम करते थे। उन्होंने कहा कि भविष्य में लोकसभा के सदस्यों की संख्या बढ़ेगी, हो सकता है नई लोकसभा के गठन के बाद सदस्यों को नई लोकसभा में बैठने का ही सौभाग्य मिले। उन्होंने साईबर क्राइम के बढ़ते खतरों पर बात की तथा कहा कि आज जरूरत है कि आईपीसी व सीआरपीसी में इसको जोड़ा जाये। हम इस पर काम भी कर रहे हैं। इस पर व्यापक चर्चा की जरूरत है। उपजा अध्यक्ष डा. पवन सक्सेना ने सांसद संतोष गंगवार को शाल ओढ़ाकर, बुके व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। साथ में निर्भय सक्सेना, कृष्ण गोपाल राज, जनार्दन आचार्य, मनीष अग्रवाल, वीरेन्द्र अटल आदि भी मंच पर रहे।

पहले सत्र का संचालन वरिष्ठ पत्रकार व लोकतंत्र रक्षक सेनानी वीरेन्द्र अटल ने किया। इस अवसर पर सांसद संतोष गंगवार की ओर से समाजसेवी व राजनेता डा.एमएल मौर्या को उत्कृष्ट सेवा सम्मान भी दिया गया। इस अवसर पर पत्रकारों व मीडिया कर्मियों के अलावा भाजपा नेता गुलशन आनंद, भुजेन्द्र गंगवार, ललित अवस्थी,शाबेज अहमद, टेम्पटेशन ग्रुप के एमडी सुरेन्द्र त्यागी, मदार शरीफ दरगाह के सज्जादानशीन डा. इन्तेखाब आलम, उप्र उद्योग व्यापार संगठन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, कायस्थ चेतना मंच के अध्यक्ष संजय सक्सेना, आर जे वाई एस के अमित भारद्वाज समेत बड़ी संख्या में समाज की प्रमुख हस्तियां मौजूद रहीं। वरिष्ठ पत्रकार व गंभीर न्यूज के संपादक संजीव गंभीर ने पत्रकारों के हित में पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग उठाई, तथा कहा कि उपजा व एन यू जे आई ने लगातार सरकार के सामने ज्ञापन देकर इस मांग को रखा है। सांसद गंगवार ने उनकी इस मांग पर अपने स्तर से उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

दूसरे सत्र में मुख्य अतिथि आईपीएस व डीआईजी प्रोन्नत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश चौरसिया रहे। साथ में विशिष्ट अतिथि सिटी मजिस्ट्रेट राकेश गुप्ता, जिला सूचना अधिकारी डा. वाईपी सिंह रहे। इस अवसर पर बरेली के सबसे सीनियर व बयोवृद्ध पत्रकार शंकर दास को लाइफ टाइम एचीवमेंट एवार्ड से सम्मानित किया गया। विकास सक्सेना ने उनका परिचय दिया। एसएसपी चौरसिया ने कहा कि शंकर दास जैसे सीनियर्स को सम्मानित करके उनका सम्मान बढ़ा है। पत्रकार निर्भय सक्सेना ने सभी अतिथियों को अपनी लिखी पुस्तक “कलम बरेली की 2” को भेंट किया।
एसएसपी ने आध्यात्मिक गुरू धर्मेन्द्र कुमार जी को उत्कृष्ट सेवा सम्मान से सम्मानित किया।

इस अवसर पर सिटी मजिस्ट्रेट राकेश गुप्ता ने भी बहुत ही सारगर्भित भाषण दिया। उन्होंने इंसानी जीवन की आधारभूत मनस्थितियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। जिला सूचना अधिकारी डा. वाईपी सिंह ने कहा कि मीडिया ने भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, गरीबी के खिलाफ आंदोलन चलाया। आज कोई सरकार इन विषयों की अनदेखी नहीं कर सकी। सामाजिक असमानता के खिलाफ मीडिया की आवाज की वजह से 2014 में बदलाव हुआ। कोरोना के वक्त में सबसे बड़े वारीयर मीडिया के बंधु रहे। मीडिया वालों ने अपनी जान की परवाह किये बिना परेशान लोगों की आवाज को सरकार तक पहुंचाया। आज भी मीडिया ही दिशा तय करती है। यह चौथा स्तम्भ ही रास्ता दिखाता है।

इस अवसर पर उपजा अध्यक्ष डा. पवन सक्सेना ने कहा कि गवर्नेस के तीन माडल हमने देखे, एक में राजा और प्रजा यानी राजशाही, फिर गुलामी या कहें कि कालोनियल या उपनिवेशकाल। फिर लोकतंत्र। लोकतंत्र में हम बने नागरिक लेकिन यह लोकतंत्र ऐसा नहीं है कि एक दिन मिल गया फिर यूं ही चलता रहेगा। इसको हर दिन बचाकर रखना है। बचाने के काम में मीडिया एक प्रमुख रोल निभाता है। इसलिए आज सभी की बड़ी जिम्मेदारी है।

इस अवसर पर महामंत्री धर्मेन्द्र बंटी ने सभी को धन्यवाद दिया व भोजन को आमंत्रित किया। कार्यक्रम का संयोजन धर्मेंद्र सिंह बंटी पुत्तन सक्सेना, आशीष जौहरी, रति सिंह व पंकज शर्मा, गोपाल सिंह, किशोर कुमार ने किया। इस अवसर पर निर्भय सक्सेना, रनदीप सिंह, विकास साहनी, कुमार विनय, विकास सक्सेना, अरविंद कुमार, अनूप मिश्रा, नीरज आनंद, मलिक राजपूत, संजीव गंभीर, जय प्रकाश राजपूत, जनार्दन आचार्य, धर्मेन्द्र रस्तोगी, अयाज खान, आलोक गुप्ता सिटिल, अमित शर्मा, सुरेश रोचानी, विजय सिंह, मुनीर आलम, सुनील शर्मा, विशाल गुप्ता, आलोक शंखधार, प्रवीन शंखधार, आर के जोशी, महेन्द्र मनुज, धीरू यादव, विशन आर्या, सचिन श्याम भारतीय, विवेक मिश्रा, राजन चौधरी, ताहिर बेग, विजय सिंह, सौरभ शर्मा, मुकेश तिवारी, विवेक मिश्रा, शुभम ठाकुर, फहीम करार, मोहित मासूम, विकास सक्सेना, गुलरेज, दीपक कुमार, गुडविन मसीह, शैलेन्द्र सक्सेना, दिव्यतोष समेत बड़ी संख्या में पत्रकारों व समाज के प्रमुख गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन लोकतंत्र रक्षक सेनानी व पत्रकार वीरेन्द्र अटल ने किया।