फिजिकल और डिजिटल तकनीक से हाइटेक हो रहा भारत, UPI ने लिखी भविष्य की विकास गाथा

आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 में कहा गया कि फिजिकल और डिजिटल तकनीकों के बीच होने वाले तालमेल से भारतीय अर्थव्यवस्था विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है। आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, तकनीकी रूप से स्मार्ट नियमों पर जोर देना किसी भी डिजिटल समाज का भविष्य है। इसमें सबसे ज्यादा योगदान UPI पेमेंट का रहा। सर्वे में कहा गया है कि डिजिटल इंडिया पर जोर देने के साथ, भारत में डिजिटल बुनियादी ढांचे और सेवाओं की कहानी को हमेशा दुनिया द्वारा एक निश्चित सम्मान और प्रशंसा के साथ देखा जाएगा।डिजिटल सर्विस की क्षमता असल में कोविड के दौरान देखी गई है। इस दौरान स्वास्थ्य सेवा, कृषि, फिनटेक, शिक्षा और कौशल के क्षेत्रों के साथ-साथ UPI का जबरदस्त इस्तेमाल हुआ है। इससे संकेत मिलता है कि भारत में डिजिटल डिलीवरी सर्विस की वजह से आर्थिक क्षेत्रों में व्यापक क्षमता है। भारत में फिजिकल और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की बात करें तो पारंपरिक सेवाओं और भुगतान प्रक्रियाओं के अलावा को-विन, ई-रुपी, टीआरईडीएस और ओएनडीसी जैसी पहल शामिल हैं। इनकी वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था में नई तकनीक को बढ़ावा मिला है और सरकार डिजिटल इंडिया में होने वाले विकास के साथ तालमेल रखने के लिए प्रतिबद्ध है।