सट्टा माफिया और उसके गुर्गों का मोबाइल के ज़रिए गूगल पर सट्टे का बड़ा नेटवर्क

बरेली। हाफिजगंज ग्राम पंचायत में बड़ी संख्या में सट्टा माफिया और उसके गुर्गों ने मोबाइल के ज़रिए गूगल पर सट्टे का एक बड़ा नेटवर्क फ़ैला रखा है जिसके चलते हजारों परिवार के युवा सट्टे की लत से बर्बाद हो रहे हैं

 

मोबाइल के जरिए फैल रहा सट्टा कारोबार

अमृत विचार : सट्टे और जुए लत ने लाखों परिवारों को बर्बादी के मुहाने पर ला खड़ा किया है। बावजूद इसके लोग चंद समय में बड़ा आदमी बनने की चाहत में दांव पर दांव का खेल, खेल रहे हैं। अब ठीहों पर फड़ नहीं सजती । बस! इंटरनेट पर गए। मोबाइल पर उंगलियां फिराईं और ऑनलाइन जुआं के कारोबार से जुड़ गए। चंद पलों में वारा-न्यारा। किसी की झोली से नोट खिसके तो किसी के बढ़े। नेट पर चलते इस कारोबार ने लोगों को बर्बादी की ओर धकेलना शुरू कर दिया है।

 

अब तो बच्चे भी ऑनलाइन गेम में दिलचस्पी लेने लगे हैं। ऐसे में समय है सचेत हो जाएं। दिलचस्प यह है कि पुलिस यह सब कुछ जानती है। लेकिन महज चालान से ऊपर इन इंटरनेट के जुआरियों का कुछ नहीं कर पाती है। पुलिस उपायुक्त मध्य (डीसीपी सेंट्रल) अर्पणा रजत कौशिक ने बताया कि सट्टा अवैध कारोबार है। अशिक्षित वर्ग से जुड़े लोग कम समय में ज्यादा पैसा कमाने

 

शहर से लेकर गांव तक जुड़े हैं तार

 

की साइबर क्राइम सेल प्रभारी निरीक्षक सतीश साहू ने बताया कि लोग गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद तमाम सट्टे की मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए कहीं से भी बैठकर दांव लगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि गूगल प्ले स्टोर पर दर्जन भर से भी ज्यादा मोबाइल एप्लीकेशन मौजूद हैं। बिना मेहनत के अधिक पैसा कमाने की लालसा में लोग सट्टा माफियाओं के गिरोह फंस जाते हैं। उन्होंने बताया कि सट्टा माफियों के तार शहर की तंग गलियों से लेकर गांव की पगदंडी तक जुड़ने लगे हैं। पुलिस की आंखों में धूल झोंक सट्टा माफिया अवैध कारोबार को फैलाने में जुटे हैं।

 

की चाहत में इस जाल में फंसकर बर्बाद हो रहे हैं। अब शिक्षित वर्ग सट्टे के अवैध कारोबार को इंटरनेट के माध्यम से संचालित कर रहे हैं। इंटरनेट पर एक पूरा माफिया तंत्र सट्टे का कारोबार चला रहा है। हालांकि, साइबर क्राइम इस तंत्र पर अभी तक नकेल कसना तो दूर इन्हें पकड़ने तक में नाकाम रहा है।

 

पुराने लखनऊ यानी अमीनाबाद, कैसरबाग, नाका, चौक, सआदतगंज और वजीरगंज थाना क्षेत्र से आए दिन सट्टा कारोबार की शिकायतें पुलिस को मिल रही हैं। इन शिकायतों के साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सट्टे का वीडियो और फोटोग्राफ वायरल होता रहा है। बावजूद इसके पुलिस

 

बच्चों को बचाने के लिए इन बातों पर रखें ध्यान

 

• बच्चों को इस तरह के गेम के बारे में न बताएं।

 

• अगर घर में कोई इसका आदी हो चुका है तो उसे खेलने से मना करें।

 

• पेमेंट मोड यानी पेटीएम, फोन पे, गूगल पे जैसे एप को लॉक करके रखें।

 

• किसी भी लिंक पर क्लिक करके एप को डाउनलोड न करें।

 

इस गिरोह पर कड़ी कार्रवाई करने से परहेज करती है। स्थानीय लोगों यह भी कहना है कि पुलिस के संरक्षण में सट्टा माफिया अवैध कारोबार को लगातार संचालित कर रहे हैं।