अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा पर बड़ा खुलासा, 12 करोड़ की बेनामी संपत्ति बेचने आया था लखनऊ, अशरफ की पत्नी भी थी साथ

प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। विजय मिश्रा के साथ लखनऊ में अशरफ की पत्नी जैनब ही थी, जो बुर्के में विजय से मिलने आई थी। जिस प्रॉपर्टी को बेचने के लिए लखनऊ में जैनब और विजय मिश्रा आए थे, पुलिस ने अतीक की उस बेनामी प्रॉपर्टी को खोज निकाला है और ये संपत्ति 12 करोड़ रुपए की है।

इस संपत्ति को पुलिस अब गैंगस्टर की धारा 14 -1 के तहत कुर्क करेगी।

 

कहां से आई ये बेनामी संपत्ति?

 

माफिया अतीक ने ये संपत्ति अगस्त 2015 में 14 गरीब आदमियों से खरीदी थी और सभी जमीनों को अतीक ने अपने नाम से ना खरीदकर एक गरीब शख्स के नाम पर खरीदा था। पुलिस ने राजस्व विभाग से संपर्क करके जांच की तो माफिया का ये बड़ा राज सामने आ गया। इसी प्रॉपर्टी को बेचने के लिए लखनऊ में विजय मिश्रा ने ताना-बाना बुना था। जमीन का सौदा 15 करोड़ में हो भी गया था और आधा पैसा जैनब को मिलता, उससे पहले पुलिस की रेड हो गई और विजय पकड़ा गया।

अतीक और अशरफ की पत्नियों के पास पैसे हुए खत्म!

 

24 फरवरी को अधिवक्ता उमेश पाल और दो सरकारी गनर की हत्या के बाद से अतीक गैंग पर पुलिस सख्त कार्रवाई करने में जुटी है। जिसका असर ये हुआ कि माफिया अतीक के फरार परिवार के लोगों को पैसों की किल्लत होने लगी। पुलिस के डर से फरार लोग न तो किसी से पैसों के लिए संपर्क कर रहे थे और न ही कोई उनकी मदद कर पा रहा था।

 

सूत्रों के मुताबिक, इस वक्त न तो अतीक की पत्नी शाईस्ता के पास पैसे बचे हैं और न ही अशरफ की पत्नी जैनब के पास। ऐसे में विजय मिश्रा ने प्रयागराज के गौसपुर कटौला में 23447 वर्ग गज दूसरे के नाम पर खरीदी गई जमीन का सौदा तय किया था और 15 करोड़ में जमीन की डील फाइनल हो गई थी।

 

जमीन की इसी डील का आधा पैसा लेने के लिए जैनब, विजय मिश्रा से लखनऊ मिलने आई थी लेकिन बरेली पुलिस जैनब के भाई और अशरफ के साले सद्दाम की लोकेशन को ट्रैक करते हुए होटल पहुंच गई और वहां विजय मिश्रा मिल गया। जिसे बरेली पुलिस ने प्रयागराज पुलिस को सौंप दिया, इस दौरान सद्दाम भी आस पास था लेकिन पुलिस उस तक नही पहुंच सकी।

 

1500 करोड़ की संपत्ति हो चुकी है कुर्क

 

यूपी सरकार ने प्रयागराज में माफियाओं पर चुन-चुनकर कार्रवाई की थी। जिसके तहत अतीक और उसके गैंग के लोगों की 1500 करोड़ की प्रॉपर्टी गैंगस्टर की धारा 14-1 के तहत कुर्क की गई थी, लेकिन माफिया अतीक भी काफी शातिर था। उसको पता था कि इस तरह की कार्रवाई भविष्य में हो सकती है, इसीलिए उसने एक प्लान के तहत दूसरो के नाम पर संपत्तियां खरीदना शुरू कर दिया। हालांकि प्रयागराज पुलिस की सोच माफिया से एक कदम आगे निकली और उसने बारीकी से जांच करके गरीब शख्स के नाम पर अतीक की 12 करोड़ की प्रॉपर्टी को खोज निकाला।

 

कौन-कौन है फरार?

 

उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, अशरफ की पत्नी जैनब उर्फ रूबी, अतीक की बहन आएशा नूरी और उसकी बेटी उन्ज़िला सहित तीनों शूटर गुड्डू मुस्लिम, अरमान और साबिर फरार हैं। लगातार फरारी काटने के कारण सभी को पैसों की तंगी होने लगी है। इस प्रॉपर्टी को सस्ते में ही विजय मिश्रा बेचकर सबको पैसा बांटता, लेकिन पुलिस की चौकसी से जमीन की ये डील रुक गई और विजय गिरफ्तार कर लिया गया। प्रयागराज पुलिस अब ये पता लगाने में जुटी है कि इस प्रॉपर्टी को विजय किसको बेच रहा था। अगर पुलिस उस शख्स तक पहुंच गई तो कई और खुलासे और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। गिरफ्तारी के दौरान विजय के पास से प्रॉपर्टी के कुछ कागजात भी बरामद हुए हैं।