सेवा भारती ने किया इसरो वैज्ञानिक डॉ प्रकाश चौहान के माता-पिता का सम्मान

 

 

मुरादाबाद। इसरो का मिशन चंद्रयान-3 देश के साथ-साथ मुरादाबाद के लिए भी खास है। मुरादाबाद के वैज्ञानिक भी इस मिशन की टीम का हिस्सा हैं।

 

वर्षों से जिस पल का पूरी दुनिया को इंतजार था, वह क्षण आखिरकार आ ही गया। भारत का मून मिशन चंद्रयान-3 बुधवार शाम छह बजकर चार मिनट पर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंच गया। चांद की सतह को छूने वाले चंद्रयान-3 की सफलता में मुरादाबाद के पाँच युवा वैज्ञानिक भी भागीदार रहे हैं।

 

मुरादाबाद के लिए यह अभियान अद्भुत, अद्वितीय, गरिमामयी, अविस्मरणीय एवं गौरवपूर्ण रहा मुरादाबाद के बुद्धि विहार निवासी डॉक्टर प्रकाश चौहान, खुशहाल नगर निवासी रजत प्रताप सिंह, काशीराम नगर के मेघ भटनागर, उनकी पत्नी गौतमी भटनागर, एवं हिमगिरि के मोहित राजपूत इस अभियान का हिस्सा हैं। मिशन की सफलता के बाद उनके परिवारजन भी उत्साहित हैं।

 

इस ऐतिहासिक पल की प्रसन्नता को बांटने सेवा भारती महानगर मुरादाबाद की टीम बुद्धि विहार स्थित चंद्रयान-3 टीम के निदेशक डॉ प्रकाश चौहान के निवास स्थान उनके माता-पिता से मिले। उल्लास पूर्ण वातावरण में बधाइयां और शुभकामनाओं का आदान-प्रदान एक अविस्मरणीय क्षण का गवाह बना। इस अवसर पर उनके पिता रामचंद्र चौहान जी उनकी माता सरला देवी को शॉल उड़ा कर सम्मानित किया।

 

इस अवसर पर विभाग प्रचारक प्रमुख श्री वतन कुमार में युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि विज्ञान में जादुयी शक्ति है, वे वैज्ञानिक और इंजीनियर बनकर लोगों की जिंदगी बदल सकते हैं। अनेक बार असफलताओं का भी सामना करना पड़ता है लेकिन प्रत्येक असफलता सफलता के निकट पहुंचाती है।

 

विभाग संघ चालक ओम प्रकाश शास्त्री ने कहा कि ऐसे पुत्रों को जन्म देने वाली माताओं को नमन है।

 

डॉ प्रकाश चौहान के पिता श्री रामचंद्र चौहान ने अपने संस्मरण शेयर करते हुये बताया उनका सलेक्शन पीसीएस के लिए हो गया था लेकिन इसरो के वैज्ञानिक नियुक्त होने पर उन्होंने पीसीएस को छोड़ इसरो को चुना, इस पर शुभचिंतकों ने कहा कि आप इतनी अच्छे अवसर को छोड़कर क्यों जा रहे हो तब उन्होंने कहा एक दिन आपको हमारे ऊपर गर्व होगा।

शिक्षा में हमेशा अग्रिम पंक्ति मैं उत्तीर्ण होने वाले डॉ. प्रकाश ने बीएससी के उपरांत आईआईटी रुड़की में जिओ फिजिक्स तीन वर्षीय कोर्स किया था।

इसरो में सलेक्शन के पश्चात उनके कार्य की सर्वत्र सराहना हुई उनको प्रतिष्ठित पुरस्कार विक्रम साराभाई पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है तथा इंडो पेसिफिक कंट्री का विज्ञान क्षेत्र में एक पुरस्कार सितंबर माह में जावा में आयोजित सम्मेलन में दिया जाएगा। उनके कार्य के प्रति समर्पण को देखकर उनके वरिष्ठ अधिकारीयों ने उनको अन्य गतिविधियों में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी।

वह इसरो डेवलपमेंट प्लानिंग बोर्ड के सदस्य, लद्दाख डेवलपमेंट प्लानिंग बोर्ड के सदस्य, इसरो वैज्ञानिक संगठन के अध्यक्ष के साथ-साथ एनसीआर प्रदूषण आयोग के सदस्य की महत्वपूर्ण भूमिका भी निभा रहे हैं।

 

इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष सेवा भारती ज्ञानेंद्र शर्मा, कोषाध्यक्ष दिनेश गुप्ता, महानगर संघचालक डॉ विनीत गुप्ता, महानगर कार्यवाह सुरेंद्र पाल सिंह, विभाग प्रचारक वतन कुमार, विभाग संघचालक ओम प्रकाश शास्त्री, विभाग प्रचार प्रमुख पवन जैन, महानगर प्रचारक रोहित कुमार, महेश चंद्र, शरद जैन, विपिन चौधरी आदि अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।